Book Title: Avashyakiya Vidhi Sangraha
Author(s): Labdhimuni, Buddhisagar
Publisher: Hindi Jainagam Prakashak Sumati Karyalaya

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Page 139
________________ साधुसाध्वी अनुक्रमणिका ॥१३५॥ :414--X-R.XCEX आवश्यकीय विधि अनुक्रम +५ विधियोंके नाम पत्रांक | विधियोंके नाम पत्रांक | विधियोंके नाम पत्रांक १-राइय-पडिक्कमण-विधिः .. १ ८-स्थंडिल जानेकी विधिः .. १९ १५-द्वादशावर्त वंदना विधिः .. ४१ २-प्रातः पडिलेहण विधिः ... ८ ९-संध्या पडिलेहण विधिः ...२० | १६-पाक्षिकादि गुरु वंदना विधिः ४२ ३-अभ्युत्थान गुरु-वंदना विधिः १२ | १०-देवसिय-पडिक्कमण-विधिः "२३ १७-सचित्त-अचित्तरज ४-चैत्यवंदन विधिः .. १३ ११-राइयसंथारा पोरिसी-विधिः३० ओहडावण विधिः .." ५-उग्घाडा-पोरिसी-विधिः .. १३ १२-पाक्षिकादि प्रतिक्रमणविधिः ३१ १८-सज्झाय-निक्षेप-विधिः .. ४४ ६-गौचरी जानेकी तथा १३-छींक दोष निवारण विधिः "३९ १९-सज्झाय-उत्क्षेप-विधिः .. ४५ आलोचनेकी विधिः ... १४ १४-मार्जारी मंडली प्रवेश दोष २०-लोच करने व कराने की विधिः ४७ ७-पच्चक्खाण-पारण-विधिः ... १६ | निवारण विधिः ४० | २१-पंचशक्रस्तव-देववंदन विधिः ५० + -X-+ X X ____JainEducation inteTRI 2010_05 For Private & Personal use only Jaww.jainelibrary.org

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