Book Title: Asrava Tribhangi
Author(s): Shrutmuni, Vinod Jain, Anil Jain
Publisher: Gangwal Dharmik Trust Raipur

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Page 95
________________ गुणस्थान आस्रव व्युच्छित्ति 9. अनिवृत्ति 1 [गुणस्थानवत्] करण भाग 1 9. भाग2 9. भाग3 9. भाग4 9. भाग5 9. भाग6 10. सूक्ष्य साम्पराय संवत 11. उपशांत मोह 1 [ गुणस्थानवत्] 13. सयोग केचली 1 [गुणस्थानवत्] 1 [ गुणस्थानवत् 1 [गुणस्थानवत्] 1 [ गुणस्थानक्त्] 1 [गुणस्थानवत् 12. क्षीण मोह | 4 [गुणस्थानवत् 0 6 [गुणस्थानवत्] Jain Education International आस्रव 16 [ गुणस्थानवत्] 15 [ गुणस्थानवत् 14 [गुणस्थानवत्] 13 [गुणस्थानवत्] 12 [गुणस्थानवत्] 11 [गुणस्थानवत्] 10 [गुणस्थानवत् 9 [गुणस्थानवत् 9 [गुणस्थानवत्] 6] [गुणस्थानक्त्] For Private & Personal Use Only आस्रव अभाव 40 [गुणस्थानवत् 41 - - कार्मण काययोग] 41 [ गुणस्थानवत् 42 - कार्मण काययोग] 42 [गुणस्थानवत् 43 - कार्मण काययोग] 43 [गुणस्थानवत् 44 - कार्मण काययोग] 44 [गुणस्थानवत् 45 - कार्मण काययोग] 45 [गुणस्थानवत् 46 - कार्मण काययोग] 46 [गुणस्थानवत् 47 - कार्मण काययोग ] 47 [गुणस्थानवत् 48 - कार्मण काययोग] 47 [गुणस्थानवत् 48 - कार्मण काययोग] 50 [गुणस्थानवत् 51 - कार्मण काययोग] [86] www.jainelibrary.org

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