Book Title: Arhat Vachan 1999 07
Author(s): Anupam Jain
Publisher: Kundkund Gyanpith Indore

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Page 78
________________ ज्ञानपीठ पुस्तकालय में नियमित आने वाली 150 पत्र-पत्रिकाओं के विशाल संकलन का निरीक्षण करते हुए आचार्य श्री श्री सत्श्रुत प्रभावना ट्रस्ट, भावनगर के सहयोग से संचालित प्रकाशित जैन साहित्य सूचीकरण परियोजना का कम्प्यूटर पर अवलोकन करते हुए आचार्य श्री। समीप है कार्यालयीन सहयोगी दायें से क्रमश: कु. संध्या जैन, कु. नीतू जैन, कु. सुरेखा पांडेय, श्री मनोज जैन, डा. अनुपम जैन (सचिव) आदि जिनवाणी के उत्थान हेतु सतत सचेष्ट मुनि श्री अभयसागरजी (मध्य में) पुस्तकों को सूक्ष्मता से निहारते हुए। साथ में मुनि श्री प्रणम्यसागरजी एवं मुनि श्री उत्तमसागरजी।

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