Book Title: Anuyogadwara Sutra
Author(s): Aryarakshit, 
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 13
________________ सावरखंड बिएचे तंदा आगमन | नोयागमनासे किं तं चागमने सावरदे कात्रे सेतंयागमन सावरवा से कितना वेदाधसिंदेव सामाज्या या समुदय समिसमागम श्रावससूर्यरवोध लावखं धावखाधत्रिशंसनो आगम वखे घासावखाध। वो तमाम ए गहियांना मोद्या सर्वति । गण कार्य कापवियखाधबाझतादवरासा यजे यांपडेगार संघाचालसमूहो सेब यावसयस बादिगारासवंति। तंङदा/सावोग बिरत्रवनयपडिवत्री खलियस्य निंदांदगति गिधारण विदा आवस्मयस्तपसे पिंड बोबनिन । समासेां । एत्रो के कंकत्रस्यामितं काढा सामाइनबीच ॥ वंदणयोपडिक मकान समग्र पञ्चरका पढमंदमय सामाइये ताणं। शमनारियन दारा इन वंति। तं दानवक्काम निरक गनया से किं तंज

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