Book Title: Anuyogadwara Sutra
Author(s): Aryarakshit,
Publisher: ZZZ Unknown
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कावनको
दमयंता संवेद्ययं दो नकोस परिहासंखे एवं परितयंड दा अनुण् कुत्राऽसग्वेदो वलियावित नियाचे वैतिरंचदत्रम को साई येन पाचनको सटकत्तासंखेायं कत्ति यंदा ऊदन संवेद्यमावलियांगणियां। श्रन्त्रमन्नशासन को सयं कुतासे ख घयंदोदवादन्नर्य। श्रसंखे घोस कहाँ हाय दोन यंत्रसंरवे छात्र संखियं किञ्चिदोशद ने क संविलियन मन्त्र शशसो (डिन्नौद संघ संविहाय लव/अहवानको संखारू वंपखितं । दन्नयंम खेद्यद्ययं होश तया रंजनमकोसा। ठाई नाव नकोस असंवेद्यासं खिद्यानपावन को स्यं ।
संवेद्यासंखेद्य कित्रिदोई जनसंखे झांसेरखेडा दमय संखे संखे धमेनारामा । चत्रमा सो गोनोस असं खेद्यासंखेद्ययं दो अदवाऊ
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