Book Title: Anuttar Yogi Tirthankar Mahavir Part 04 Author(s): Virendrakumar Jain Publisher: Veer Nirvan Granth Prakashan Samiti View full book textPage 4
________________ मंत्री : बाबूलाल पाटोदी, श्री वीर निर्वाण ग्रंथ-प्रकाशन समिति, ५५, सीतलामाता बाजार, इन्दौर-२, मध्यप्रदेश आवरण-चित्र : झालावाड़ के अतिशय क्षेत्र चाँदखेड़ी के मन्दिर में बिराजमान मूलनायक भगवान् ऋषभदेव के भव्य मुख-मण्डल का पार्श्वभाग (प्रोफाइल) : इस दुर्लभ फोटो-मुद्रा के लिये हम गुना के श्री मिश्रीलाल जैन एडवोकेट के अत्यन्त आभारी हैं । प्रभु की तीर्थकरी भंगिमा का इससे अधिक भव्य-दिव्य रूप और क्या हो सकता है। © वीरेन्द्रकुमार जैन सर्वाधिकार सुरक्षित All rights reserved - अनुत्तर योगी : तीर्थंकर महावीर उपन्यास वीरेन्द्रकुमार जैन - प्रकाशक : श्री वी.नि.ग्रं.प्र. समिति, ५५,सीतलामाता बाजार,इन्दौर-२ [] प्रथम आवृत्ति वीर निर्वाण सम्वत् : २५०८ ईस्वी सन् : १९८१ मद्रक : नईदुनिया प्रिन्टरी इन्दौर-९ मूल्य : तीस रुपये Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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