Book Title: Anusandhan 2010 12 SrNo 53
Author(s): Shilchandrasuri
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad
View full book text
________________
अनुसन्धान - ५३ श्रीहेमचन्द्राचार्यविशेषांक भाग - १
अन्यान्य सम्प्रदायोना लाखो साधु महात्माओ हशे पण संस्कृत सामयिकनुं प्रकाशन तेमांनुं कोई करतुं होय अ मारी जाणमां नथी. मात्र अहींथी ज कीर्तित्रयी मुनिओ तेनुं प्रकाशन करे छे. आ सामयिकना पचीसमा अंकना प्रकाशन माटे आ बधो समारम्भ कर्यो, पण मारी विनन्ति छे के अहीयां अटकवानुं नथी, हजी तो घणी लांबी मजल कापवानी छे अने निरन्तर तेनुं प्रकाशन करवानुं छे. अमो सर्व साहित्यकारो - संशोधको सर्वदा आपना सहयोगमां रहीशुं.”
१८०
श्री कुलीनचन्द्र याज्ञिके जणावेलुं के - "संस्कृत भाषानां सुभाषितो आपणने जीवनमां वधु ने वधु सारी रीते केम जीवाय - ते खूब सरळताथी अने हृदयस्पर्शी रीते शीखवे छे. प्रत्येक सुभाषितोमां जीवननो अर्क पड्यो छे. पहेलां तो नानपणथी बाळकोने आ सुभाषितो शीखवाडातां हतां तेथी तेमनुं जीवन संव्यवस्थित अने सरळ रहेतुं. आजे ओ बधुं लुप्त थई गयुं छे, छतां
अटलुंज प्रस्तुत छे. आजकाल सरकार नैतिक मूल्योनां शिक्षण अंगे चिन्तित छे, पण जो आ सुभाषितोना माध्यमथी नैतिक मूल्यो शीखवाय तो ओक ओक सुभाषित घणां घणां नैतिक मूल्यो शीखवाडी शके. मने तो लागे छे के ज्यारथी व्यवस्थित रीते संस्कृतभाषा शीखववी बंध थई छे त्यारथी ज नैतिक मूल्योनो ह्रास थवा मांड्यो छे.'
प्रा. श्री विजय पंड्या 'जैन रामायण' विषय पर अभ्यासपूर्ण प्रवचन आपतां वाल्मीकि रामायणथी मांडी आजसुधीनां रामायणो साथे 'पउमचरिय' वगेरे जैन - रामायणोनुं तुलनात्मक विश्लेषण कर्तुं हतुं.
कीर्तित्रयी मुनिओमां, मुनिश्री रत्नकीर्तिविजयजी अन्यत्र चातुर्मासार्थे गया होवाथी तेमना संस्कृतभाषामय संदेशा - पत्रनुं पठन करवामां आव्युं हतुं. मुनिश्री धर्मकीर्तिविजयजीओ 'कलिकालसर्वज्ञ श्रीहेमचन्द्राचार्यजीनी कविप्रतिभा' विषय पर संस्कृतभाषामां मननीय प्रवचन करतां कह्युं हतुं के - "गुजराती भाषानां मूळ-कुळ हेमचन्द्राचार्यजीने आभारी छे." मुनिश्री कल्याणकीर्तिविजयजीओ ‘नन्दनवनकल्पतरुनो उद्भव अने विकासयात्रा' विषय पर संस्कृतभाषामां बोलतां आ सामयिकना प्रकाशन अंगेनी तमाम माहिती आपी हती. तो मुनिश्री त्रैलोक्यमण्डनविजयजीओ 'संस्कृत काव्यसाहित्यमां जैनमुनिओनुं प्रदान' विषय

Page Navigation
1 ... 184 185 186 187