Book Title: Antagada Sutra
Author(s): Sudharmaswami,
Publisher: ZZZ Unknown
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मलवाललनवनरासाबावाने कागोते
पाणी करी सीधविसावादाने
तेरे जीता उद्वारितै विकटुसोमिलमा हुणंयाहि कहा वे सातंतूमिंयाएं
जिहाँपोतानीघर
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पोतानाच माहा
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भूषवित्रीस्त्रा शोसते तेणे दागबत्ति | सरंगि प्रायवि । एवं खनुजंबूसम ऐ
संपूल
गडदशाना आजोवर्ग
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गजसुकनासनो
Education emational
एनाएक
बलदेवनाराजा
संस्ते संतगडद सायं रसस्स अहम रसश्रनय्णस्स । अयमतिगना अध्ययन संपूर्ण नवमाध्ययननोविचारकहवी इमनिटे तेलेकाले तेलेसमेंट थेरे द्वारिका नगरी जिम माला ३ एट्नमस्स अरके द एवंंश्वभुजंबू त्रिकाले ते समए | बारती ए प्रथमजात धारणीनामेरांणा विवरास्तातिहारिका कुता विवो तहना बलदेवराजापिता शरीए जहा एमएतबारी बलदेवेनाशया । होचा वर्णती तरसणं बलदेवसर क्षरणारांणीमानातील कवी तिवारतेधारणा सिंघस्व भेदीही जिमोतमनोतिम एतलोबिसेष सुमुना में ली सरशिनामदेविहीना दसरा सण साक्षरसीसी हंसमीही| जहागीर मे || नवरं सफ इमूडमुषऊमर पलिइम बलदेवविता कारणीमाता दारुकःकमरपति इम हे कुमारे। जाद से अछि सिद्धि) निश्वमती | महिविक्रयत्रिदेव सरणी कता | रुए| वि ज एनस विशेष वसुदेवराजापि कारणामाता इमानाकुमर वसुदेवपिता धारणामाताशेषतिज इमनिटे एवंचैव नवरं ट्सदेव क्षरणीसए एवं अलाधिश्वरी ) वरूदेव | सरली सूते | तदेवा एवं स्व जगवतेयावत् दशानी श्रीजावमा तेरें 'अध्पयन तेहता एकार्थ
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