Book Title: Anekant 1952 Book 11 Ank 01 to 12
Author(s): Jugalkishor Mukhtar
Publisher: Veer Seva Mandir Trust

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Page 5
________________ अनेकान्त वारजिन-शासन वीरजिन अथवा को ANASI श्रुतविवेक दुःश्रुतिवर्जन - एकाग्रता -हित-मित-वचन (भाषासमिति) स्याद्वाद (सापेक्षवाद, ना - विश्व प्रेम विश्वविज्ञान १ समाधि सध्याना विज्ञता काधमाचरण समता मानवतत्त्व-विज्ञा वतत्त्व-विज्ञान सविवेक-भोजन-पाना सविवेक.मलादुत्सा RTIYAR उसमक्षमादित न नय-प्रमाण-निक्षेप विज्ञान जये निर्भयता निःस्पृहता परिषद . समापविरति गा54 W - पंचेन्द्रिय-विषय AT. जड़-चेतन-वस्तु Linctua पंचविधमिथ्यादर्शन- पंचविधनसस्थावरसमूह समन्वयित) जीव (अहिंस्य)

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