Book Title: Anekant 1952 Book 11 Ank 01 to 12
Author(s): Jugalkishor Mukhtar
Publisher: Veer Seva Mandir Trust

View full book text
Previous | Next

Page 464
________________ किरण १२] फतेहपुर (शेखावटी) के बैन मूर्ति-लेख [४११ गोल चौकोर " १९७६ चैशाख सुदि २ प्रतिष्ठितं । प्रतिमा नंयावत प्रादिनाथको सप्तधातुकी ८x. १ वर्द्धमान चक्र गोख बैशाख सुदि २ प्रतिष्ठितं । प्रतिमा 1. यंत्र प्रादिनाथकी सप्तधातुको १mxe माघ सुदी १२ गुरुवार फतेहपुर नगरे "नयन्मिनम श्री मूलसंधे नंदिवानाये बला कारगणे १२ सम्यग्ज्ञान सरस्वतीगच्छे श्री कुंद कुंदाचार्यान्वे १३ पुजय श्रीजैन दिगम्बर गुरु उपदेशात् श्रीमान् ४ शांति सेठ शिवचंसी खंडेलवाल वंशोत्पादक १५ सुरेन्द्र चक्र पाहाब्या गोने तत्पुत्र सुरजमल तत्पुत्र १६ जिन मात्रिका बसंतलाल जिन प्रतिष्ठा करापितं । प्र. ७॥ चन्द्रप्रभुकी श्वेत पापायकी २१x१६ १. सम्यग्दर्शन यंत्र-१६८५ माइसुदि ५ गुरुवासरे काष्ठालेव उपर मुजब । प्रतिमा पार्श्वनाथकी संघे माथुरगच्छे पुष्करगणे लोहाचार्यान्वये भ. श्वेत पाषाशकी १९x१३ यश की सप खेमकीर्ती तस्पट्ट त्रिभुवनलेख उपर मुजब । प्रतिमा महावीर की कीर्ती तल्प सहस्रकीर्ती शिष्य जयकीर्ती सप्तधातुकी १०४७॥ पातिशाह श्री शाहजहां खुरम राज्वे क्यामखाँ १५ स्फटिकमयिकी धातुकी श्वेत पाषाणकी वंशे दिवान श्री दौलतखाँ राज्ये फतेहपुर मध्ये गर्ग गोत्र सां सांतु तरपुत्र माः पाल्दा तत्पुत्र वेदीका लेख साहमाला भार्या जराना पुत्र तेजपाल श्री बेदी बनवाई स्योचंदराम सुरजमल पंहाउया फतेह सहस्रकीर्ती उपदेशेन साहमाला सम्यग्दर्शनपुरका दस्कत स्योचंदरायका बाच जन जैश्री जी की मिती यंत्र करापितं । यंत्र तामेका चौकोर ७४० कातिक सुदी १४ दितवार, सं० १६७५। नये दि० जैन मन्दिरके तामेके यत्रोंके लेख षोडशकारण यंत्र-१६७५ पोह सुदि ३ भौमे श्री गणधर बलय यंत्र गोख मूलमंध भ. बखितकीर्ती तत्प मंडलाचार्य २ निर्वाण संप्तकर यंत्र भीरत्नकीर्ती तत्प४ श्राचार्य श्री चन्द्रकीर्ती ३ कल्याण त्रिलोकसार, उपदेशात् साहु रूपा भार्या पता तयो सुत ४ मात्रिका 01x1 मोदी अस्य भार्या हेभि पुत्र वेनि भार्या मोदनी ५ सम्यग्दर्शन पुत्र भीवा विहि रामनिधि तिहि मोदी भार्या ६ मोक्षमार्ग सूवा तत पुत्र कमल भार्या तुलसीपुत्र चतुरभुज ७ सम्यग्चारित्र प्रणमति । यंत्र तामेका गोख ६॥

Loading...

Page Navigation
1 ... 462 463 464 465 466 467 468 469 470 471 472 473 474 475 476 477 478 479 480 481 482 483 484