Book Title: Anandghan ka Rahasyavaad
Author(s): 
Publisher: ZZZ Unknown

View full book text
Previous | Next

Page 348
________________ सहायक ग्रन्थ-सूची ३४३ तुलसी ग्रन्थावलीतैत्तिरीयोपनिषद्-गीताप्रेस, गोरखपुर । दशवकालिक नियुक्ति भाष्यदशवकालिक सूत्र-श्री शय्यंभवसूरि, श्री अखिल-भारतीय साधुमार्गी जैन संस्कृति रक्षक संघ, सैलाना (म० प्र०), द्वितीय आवृत्ति, सन् १९६४ । दर्शन और चिन्तन-खण्ड १-२-पं० सुखलालजी, पं० सुखलालजी सन्मान समिति, गुजरात विद्या सभा, भद्र, अहमदाबाद-१, ई० सन् १९५७ । द्रव्यसंग्रह-श्री नेमिचन्द्र सिद्धान्त चक्रवर्ती, टीकाकार-पं० अमृतलाल दर्शन-साहित्याचार्य, सद्बोध रत्नाकर कार्यालय, लक्ष्मीपुरा, सागर (म० प्र०), सन् १९६८ । द्रव्यगुण पर्यायनो रास-उपाध्याय यशोविजय । द्वादशार नयचक्क-(प्रथम विभाग) : आचार्य मल्लवादी, सम्पा० आचार्य विजय - लब्धिसूरि, चन्दुलाल जमनादास शाह, मंत्रीलब्धिसूरीश्वर जैन ग्रन्थमाला, छाणी (बड़ौदरा स्टेट), वि० सं० २००४। द्वात्रिंशत् द्वात्रिशिका-आचार्य सिद्धसेन । दोहाको श–सिद्ध सरहपाद-सम्पा०-राहुल सांकृत्यायन, बिहार राष्ट्रभाषा परिषद्, पटना-३, प्रथम संस्करण, वि० सं० २०१४ । धवला-अमरावती, प्रथम संस्करण। धम्मपद-सम्पाल-श्री सत्कारि शर्मा बंगीय, चौखम्बा-विद्याभवन, वाराणसी-५, द्वितीय संस्करण, सन् १९७७ । धर्मविलास-(धानत विलास)-धानतराय, जैन ग्रन्थरत्नाकर कार्यालय, बम्बई, प्रथम संस्करण, १९१४ ।। नयचक्र-रचयिता-श्री माइल्ल धवल (देवसेनकृत सानुवाद-आलाप पद्धति तथा विद्यानन्द कृत तत्त्वार्थवार्तिक के नयविवरण सहित) : सम्पादक-पं० कैलाशचन्द्र शास्त्री, भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन, दिल्ली-६, प्रथम संस्करण, सन् १९७१ ।

Loading...

Page Navigation
1 ... 346 347 348 349 350 351 352 353 354 355 356 357 358 359