Book Title: Alankar Chintamani
Author(s): Ajitsen Mahakavi, Nemichandra Siddhant Chakravarti
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 470
________________ पृष्ठम् ७५, श्लोकः १४८, गोमूत्रिकाबन्धः । - - - Jain Education International स्नास्वलभी जिगि त Yम Yग Y Yना Y Yणा Y 94>K - - पृष्ठम् ७७, श्लोकः १५१, इष्टपादमुरजबन्धः । For Private & Personal Use Only परिशिष्ट क्रमतामक्रम क्षेमं धीमतामय॑मनमम् श्री माविमलमचेमं वामझामं नमक्षमम - www.jainelibrary.org ३७३

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