Book Title: Agam Sudha Sindhu Part 11
Author(s): Jinendravijay Gani
Publisher: Harshpushpamrut Jain Granthmala

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Page 10
________________ कल्पसूत्र मूळ // 1 // ते णं काले णं ते णं समए णं समणे भगवं महावीरे पंच। // 1 // हत्थुत्तरे होत्था // ___ तं जहा-हत्थुत्तराहिं चुए, चइत्ता गम्भं वक्कंते, हत्युत्तराहिं गब्भाओ गब्भं साहरिए, हत्थुत्तराहिं जाए, हत्थुत्तराहिं मुंडे भवित्ता Mअगाराओ अणगारिअं पव्वइए, हत्युत्तराहिं अणंते, अणुत्तरे, निव्वाघाए, निरावरणे, कसिणे, पडिपुण्णे, केवलवर-नाणदंसणे समुप्पन्ने, साइणा परिनिव्वुए भयवं // सूत्रं 1 // // 1 //

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