Book Title: Agam Shabdadi Sangraha (Prakrit, Sanskrit, Gujarati) Part 01
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Dipratnasagar, Deepratnasagar

View full book text
Previous | Next

Page 3
________________ आगम शब्दादि संग्रह ४५ आगम वर्गीकरण क्रम आगम का नाम क्रम आगम का नाम सूत्र ०१ | आचार अंगसूत्र-१ २५ । ०२ सूत्रकृत् अंगसूत्र-२ | आतुरप्रत्याख्यान २६ | महाप्रत्याख्यान भक्तपरिज्ञा | २८ | तंदुलवैचारिक पयन्नासूत्र-२ पयन्नासूत्र-३ पयन्नासूत्र-४ ०३ स्थान २७ अंगसूत्र-३ अंगसूत्र-४ ०४ समवाय ०५ | भगवती अंगसूत्र-५ २९ संस्तारक पयन्नासूत्र-५ पयन्नासूत्र-६ पयन्नासूत्र-७ ज्ञाताधर्मकथा ३०.१ | गच्छाचार | उपासकदशा पयन्नासूत्र-७ ०८ | अतकृत् दशा ३०.२ | चन्द्रवेध्यक | ३१ | गणिविद्या । ३२ । देवेन्द्रस्तव ०९ अनुत्तरोपपातिकदशा १० प्रश्रव्याकरणदशा वीरस्तव ११ | विपाकश्रुत | औपपातिक राजप्रश्चिय जीवाजीवाभिगम | ३४ | निशीथ | ३५ बृहत्कल्प व्यवहार १३ ३६ पयन्नासूत्र-८ पयन्नासूत्र-९ पयन्नासूत्र-१० छेदसूत्र-१ छेदसूत्र-२ छेदसूत्र-३ छेदसूत्र-४ छेदसूत्र-५ छेदसूत्र-६ मूलसूत्र-१ मूलसूत्र-२ १४ अंगसूत्र-६ अंगसूत्र-७ अंगसूत्र-८ अंगसूत्र-९ अंगसूत्र-१० अंगसूत्र-११ उपांगसूत्र-१ उपांगसूत्र-२ उपांगसूत्र-३ उपांगसूत्र-४ उपांगसूत्र-५ उपांगसूत्र-६ उपांगसूत्र-७ उपांगसूत्र-८ उपांगसूत्र-९ उपांगसूत्र-१० उपांगसूत्र-११ उपांगसूत्र-१२ पयन्नासूत्र-१ ३७ दशाश्रुतस्कन्ध ३८ जीतकल्प १५ | प्रज्ञापना १६ | सूर्यप्रज्ञप्ति ३९ । महानिशीथ १८ । ४० आवश्यक | ४१.१ ओघनियुक्ति | ४१.२ पिंडनियुक्ति ४२ दशवैकालिक १७ | चन्द्रप्रज्ञप्ति जंबूद्वीपप्रज्ञप्ति १९ निरयावलिका २० कल्पवतंसिका २१ पुष्पिका २२ पुष्पचूलिका वृष्णिदशा मूलसूत्र-२ ४३ उत्तराध्ययन मूलसूत्र-३ मूलसूत्र-४ चूलिकासूत्र-१ चूलिकासूत्र-२ ४४ | नन्दी ४५ अनुयोगद्वार चतुःशरण मुनि दीपरत्नसागरजी रचित "आगम शब्दादि संग्रह" (प्राकृत-संस्कृत-गुजराती)-1 Page 3

Loading...

Page Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 ... 368