Book Title: Agam Shabdadi Sangraha (Prakrit, Sanskrit, Gujarati) Part 01
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Dipratnasagar, Deepratnasagar
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आगम शब्दादि संग्रह
अंतोसल्ल. त्रि० [अन्तःशल्य]
જેના મનમાં અપરાધરૂપ શલ્ય છે તે अंतोसल्लमयग. त्रि० [अन्तर्शल्यमृतक] ' અંતર્ શલ્યર યુક્ત મૃતક-મરવું તે अंतोसल्लमरण. न० [अन्तःशल्यमरण]
મનમાં કપટ રાખીને મરવું તે, મરણનો એક ભેદ, अंतोसल्लमरण. न० [अन्तःशल्यमरण]
અતિચાર સહિત મરણ अंतोहियय. न० [अन्तर्हृदय]
सन्त:२९, मन अंदु. स्त्री० [अन्दु
બેડી, પગે બાંધવાની સાંકળ अंदुबंधण. न० [अन्दुकबन्धन]
બેડી રૂપ બંધન अंदुयबंधण. न० [अन्दुकबन्धन]
यो 64२' अंदोलग. पुं० [अन्दोलक હિંચકો, મનુષ્યના આત્માને આંદોલિત કરનાર अंदोलय. पुं० [अन्दोलक] જુઓ ઉપર’ अंदोलाव. धा०/अन्दोलय] હલાવવું, કંપાવવું अंध. त्रि० [अन्ध]
આંધળો, જ્ઞાનરહિત, એક નરક સ્થાન अंध. पुं०/आन्ध्र]
એક અનાર્યદેશ, તે દેશવાસી अंधंतम. न०/अन्धतमस्
અજ્ઞાનરૂપી અંધકાર अंधकवन्हि. वि० [अन्धकवृष्णि
यो ‘अंधगवण्हि' अंधकार. पुं० [अन्धकार
અંધારું, અંધકાર अंधकारपक्ख. पुं० [अन्धकारपक्ष] કૃષ્ણપક્ષ अंधग. पुं० [अन्धक વૃક્ષવિશેષ
अंधगवण्हि.पुं० [अन्धकवन्हि] સૂક્ષ્મ અગ્નિ, સૂક્ષ્મ તેજસ્કાય अंधगवण्हि. वि० [अन्धकवृष्णि 'बारवई' नाम नगरीनारा, तनी पत्नी 'धारिणी' हता. तना गोयम, समुद्द माह 206 पुत्री तथा अक्खोभ सागर माहि मा6 पुत्रीय समरिष्टनेपासेहीक्षा सीधेली. या वण्हि पए. अंधगवण्हिदसा. अंधगार. पुं० [अन्धकार]
અંધારું अंधगारतम. न०/अन्धकारतमस्
ગાઢ અંધકાર अंधत्त. न० [अन्धत्व
અંધપણું अंधय. पुं० [अन्धक
અંધ, વિકલાંગ अंधयार. पुं० [अन्धकार
અંધારું अंधयारनट्टिगानट्ट. न० [अन्धकारनर्तिकानृत्य]
અંધકારરૂપ નર્તિકાનું નૃત્ય अंधयारसंठिति. पुं० [अन्धकारसंस्थिति]
અંધકાર ક્ષેત્ર अंधार. पुं० [अन्धार]
અંધારું अंधारूव. त्रि० [अन्धरूप]
અવયવ શૂન્ય આકૃતિ अंधिज्जंत. धा० अन्धियत्
અંધ કરવો તે अंधिया. स्त्री० [अन्धिका
ચાર ઇન્દ્રિયવાળો એક જીવ अंधिल्ल. त्रि० [अन्ध] જન્મથી અંધ अंधिल्लग. त्रि० [अन्धक]
हुमो 64२' अंब. पुं० [आम्र આંબો, આંબાનું ઝાડ
मुनि दीपरत्नसागरजी रचित "आगम शब्दादि संग्रह" (प्राकृत-संस्कृत-गुजराती)-1
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