Book Title: Agam 18 Upang 07 Jambudveep Pragnapti Sutra Sthanakvasi
Author(s): Amarmuni, Shreechand Surana
Publisher: Padma Prakashan

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Page 8
________________ सरलमना संस्कृत-प्राकृत विशारद पंडित शिरोमणि पूज्य श्री हेमचन्द्र जी म.. राष्ट्रसन्त, उत्तर भारतीय प्रवर्तक अनन्त उपकारी गुरूदेव भण्डारी श्री पद्मचन्द्र जी म. POTO युवामनीषी ललित लेखक श्री वरूण मुनि जी म. 'अमर शिष्ट', परम सेवा भावी तपस्वी रत्न श्री पंकज मुनि जी म. वैराग्यशीला कु. प्रतिभा जैन वैराग्यशीला कु. दीप्ति जैन Jain Education International For Private & Personal use only www.jainelibrary.org

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