Book Title: Agam 18 Upang 07 Jambudveep Pragnapti Sutra Part 03 Sthanakvasi Author(s): Kanhaiyalal Maharaj Publisher: Jain Shastroddhar Samiti Ahmedabad View full book textPage 2
________________ OUR जैनाचार्य - जैनधर्मदिवाकर-पूज्यश्री- घासीलालजी महाराजविरचितया प्रकाशिकाख्यया व्याख्यया समलङ्कृतं हिन्दी - गुर्जर भाषाऽनुवादसहितम् MooooaaaYON ॥ श्री जम्बूद्वीपप्रज्ञप्तिसूत्रम् ॥ (तृतीयो भागः ) नियोजकः संस्कृत - प्राकृतज्ञ - जैनागमनिष्णात- प्रियव्याख्यानि पण्डितमुनि श्री कन्हैयालालजी महाराजः प्रथम - आवृत्तिः प्रत १२०० Jain Education International कोटडानिवासि श्रेष्ठश्रीमूलचंद जेठालाल महेता प्रदत्त - द्रव्यसाहाय्येन अ० भा० श्वे० स्था० जैनशास्त्रोद्धार समितिप्रमुखः श्रेष्ठिश्रीशान्तिलाल मङ्गलदास भाई-महोदयः मु० अहमदाबाद - १. प्रकाशकः वीर-संवत् २५०४ विक्रम संवत् २०३४ ईसवीसन् १९७८ मूल्यम् - रू० ३०-०० VOOOOOOOOOOOOCO For Private & Personal Use Only KANOMINOVOVOMOOOOOOOOOOOC www.jainelibrary.orgPage Navigation
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