Book Title: Agam 14 Upang 03 Jivabhigam Sutra Part 01 Sthanakvasi Author(s): Kanhaiyalal Maharaj Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti View full book textPage 3
________________ wiir wwwwwwwwwwww जैनाचार्य-जैनधर्मदिवाकर-पूज्यश्री - घासीलालालजी - महाराज. विरचितया प्रमेयद्योतिकाख्यया व्याख्यया समलङ्कृतं हिन्दी - गुर्जर भाषाऽनुवादसहितम् ॥ श्री - जीवाभिगसूत्रम् ॥ (प्रथमो भागः ) नियोजक : संस्कृत - प्राकृतज्ञ - जैनागमनिष्णात - प्रियव्याख्यानि - पण्डितमुनि श्री कन्हैयालालजी - महाराजः प्रथमा - आवृत्तिः प्रति १२०० प्रकाशकः अहमदावाद निवासी - श्रेष्ठिश्री रमणलाल जीवराजभाई प्रदत्तद्रव्यसाहाय्येन अ० भा० श्वे० स्था० जैनशास्त्रोद्धारसमितिप्रमुखः श्रेष्ठि- श्री शान्तिलाल - मङ्गलदासभाई - महोदयः मु० राजकोट वीर-संवत् २४९७ - रु० मूल्यम् - विक्रम-सवत् २०२७ २५-०-० iilm पा ईसवीसन् १९७१Page Navigation
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