Book Title: Agam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Prajnapti Sutra Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni
Publisher: Agam Prakashan Samiti

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Page 2968
________________ 770] [व्याख्याप्रज्ञप्तिसूत्र कत्तिय (श्रेष्ठी) 181213 गोसाल (आजीदक) 152015-23,28,40-65, कायरय (आजीवकोपासक 8 / 5 / 11 कालासवेसियपुत्त (पावपित्यीय निर्ग्रन्थ) 2 / 6 / 21- चित्त (श्रमणोपासक) 18 / 2 / 3,18 / 10 / 28 24, 7 / 10 / 22, 6 / 32 / 56 चेडग (राजा) 12 / 2 / 2 कालियपुत्त (पाश्र्वापत्यीय निर्ग्रन्थ स्थविर) 2 / 5 / 17 जमालि (क्षत्रियकुमार-निर्ग्रन्थ- निव) 6 / 33 / कालोदाई (अन्ययूथिक मुनि-बाद में निम्रन्थ) 22-112, 11 / 6 / 6,11111152,55,57; 7 / 10 / 2, 7, 8, 9, 7110112, 16, 18, 13 / 6 / 28 19, 21, 22, 18 / 7 / 25 जयंती (राजकुमारी-श्रमणोपासिका-श्रमणी) कासव (पार्वापत्यीय स्थविर) 2 / 5 / 16 11 / 1 / 1, 12 / 2 / 2-22 कासव (भगवान् महावीर का दूसरा नाम-गोत्र) णम्मुदय (आजीवकोपासक) 8 / 5 / 11 15 / 068, 15 / 074 णागनत्तुय (वरुण नाम का श्रमणोपासक) ७।६।कुरुदत्तपुत्त (भ. महावीर का शिष्य) 3 / 1120, 20-23 णात (य) पुत्त (तीर्थकर महावीर) ७।१०।३,कुन्थ (तीर्थकर) 201817 1817 / 26,18 / 10 / 17 कूणिय (राजा) 7 / 6 / 6-15,7 / 9 / 20, 6 / 33 / 77, णामुदय (आजीवकोपासक) 7 / 10 / 2 12 / 2 / 6, 13 / 6 / 21 / 13 / 6 / 32 तामलि (गृहस्थ तापस) 311135,36,36-47; - केसी (कुमार) (उदायन राजा का भागिनेय) 312 / 16, 11 / 6 / 6,11 13 / 6 / 15, 1316 / 24-32 ताल (आजीवकोपासक) 8 / 5 / 11 केसी सामि (भगवान पार्श्वनाथ के स्थविर) 215 // तालपलंब (आजीवकोपासक) 8 / 5 / 11 15, 11 / 11 / 53, 55 / / तीसग (अ) (भगवान महावीर का शिष्य-श्रमण) कोणिय (राजा) 116, 12 / 2 / 6 3 / 1116,17,65 कोसलग (कोशल राजा) 7 / 9 / 5, 7 / 6 / 10 दढप्पतिण्ण (गोशालक के अंतिम भव का नाम) खंदन (ग) (य) (परिव्राजक निर्ग्रन्थ)२।१।१२-५४, 1111145, 1510 / 146 7 / 9 / 20, 7 / 10 / 12, 6 / 33 / 2, 9133 / 16, देवसेण (राजा-गोशालक के आगामी जन्म का 11 / / 32, 11110 / 27, 11 / 12 / 24, 12 नाम) 150 / 132, 1125, 1317 / 41, 1510 / 114, 16:115, देवाणंदा (ब्राह्मणी-निर्ग्रन्थी) 6 / 33 / 5-20, 18/10/28 12 / 2 / 8 गदभाल (परिव्राजक) 261 / 12, 211118(3) गंगदत्त (श्रमणोपासक निम्रन्थ देव) 165 / 13 धम्म (तीर्थंकर धर्मनाथ) 2017 18, 18 / 2 / 3 धम्मघोस (निर्ग्रन्थ) 1510 / 132 गंगेय (पाश्र्वापत्यीय निग्रंथ) 6 / 32 / 1-56 धारिणी (शिवराजा की रानी) 11 / 6 / 4-5 गाहावइ (अन्ययूथिक मुनि) 7.10 / 2 नमि (तीर्थकर) 20 / 87 गोबहुल (ब्राह्मण) 15 / 0 / 16, 17, 16 नम्मुदय (अन्ययूथिक मुनि) 7 / 10 / 2 गोयम (निर्ग्रन्थ-गणधर) 1 / 114-6 नागनत्तुय (वरुण नाम का श्रमणोपासक) ७।६।गोयमसामि (निर्ग्रन्थ-गणधर) 10 / 5 / 3, 150 20(5) (7),(11), (12) (13),14; 9 / 7 / 21 122, 127 नामुदय (प्राजीवकोपासक) 8 / 5 / 11 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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