Book Title: Agam 04 Ang 04 Samvayang Sutra Samvao Terapanth
Author(s): Tulsi Acharya, Nathmalmuni
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 465
________________ समवानो १४. जनपद-ग्राम अद्धभरह उत्तरकुरु उत्तर मणुसखेत्त एरवय कणगवत्थु कायंदी कोसंबी चमरचंचा दाहिणभरह दाहिणड्डूमणुस्खेत्त देवकुरु धायइसंड पुक्ख रद्ध पोयण बारवई भारह माणुसखेत्त महाविदेह महुरा मिहिलपुरी रम्मयवास रायगिह विजया विणीया समयखेत्त सावत्थि हरिवास हेमवत हेरण्यवत १५. जलाशय केसरिदह दी तिर्गिच्छ तिगिछद्दह पउमद्दह पुंडरीयद्दह महापउम Jain Education International महापुंडरीयद्दह समुद्द १६. तिथि अमावसा पुण्णिमा पुण्णमासिणी सत्तमी १७. द्वीप गोयमदीव जंबुद्दीव जंबूदीव १८. धातु अंजण कणग तउ तवणिज्ज १६. धूपन कालागुरु कुंदुरुक्क तुरुक्क ध्रुव २०. नक्षत्र अणुराहा अद्दा अभीजि असलेसा असिणि असिलेसा अस्सिणी अस्सेसा उत्तराफग्गुणी उत्तराभद्दवया उत्तरासाढ कत्तिया चित्ता जेट्ठ जेट्ठा धणिट्ठा ४३२ पुणव्वसु पुव्वाफग्गुणी पुव्वाभद्दवया पुव्वासाढ पुस्स भरणि महा मिगसर मूल रेवइ रोहिणी विसाहा सय भिसया सवण साति हत्थ २१. नदी गंगा नरकंता नारिकंता रत्तवती रत्ता रुष्पकूला रोहिअंसा रोहिया सिंधु सिओदा सीता सुवण्णकूला हरि हरिकंता २२. पक्ष बहुलपक्ख सुक्क पक्ख २३. पद आयरिय उवज्झाय गणधर तिथंकर थेर पवत्तिणी २४. परिवार सदस्य पति पियर भज्जा भारिया मायर २५. पर्वत अंजणगपव्वय आवासपव्वय उप्पायपव्वय उसुकार कंचणगपव्वय केउक के उय गंधमादण गोथूभ चित्तकूट चुल्ल हिमवंत जमग तिगच्छकूट दधिमुह दीपव्य नंदण निसक For Private & Personal Use Only नीलवंत बलकूड मंडलियपव्वय महाहिमवंत माणुसुत्तर मेरु रुप्पि रुयगिंद रुयय वक्खारपव्वय वट्टवेयङ्कपव्वय वासधरपव्वय विचित्तकूट विज्जुप्पभ सिहरि सोमणस हरि हरि सह २६. प्राणी कुम्म परिशिष्ट ३ कोंच कोलावास गंधहत्थ गद्दभ गय गरुल 734344 गव गावी गिद्ध चउप्पय जलयर दुप्पय पक्खि पसु पाणि भूयपरिसप्प मच्छ माणूस मरुतवसभ www.jainelibrary.org

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