Book Title: Agam 02 Ang 02 Sutrakrutang Sutra Author(s): Buddhisagar Publisher: Motichand Maganchand Choksi View full book textPage 9
________________ पत्रांक ४४ ४६ अहा. एकारसमे किरिया. अहा. बारसमे किरिया. अहा० तेरसमे किरिया० अदुत्तरं च णं पुरिस अदुआ आणुगामिए अदुवं वा अच्छराए महावरे दोबस्स ठाणं अहा. तबस्स ठाण० महा० पढमस्सि) ठाण. अहा०दोच. ठाण. धम्म. महार तस. ठाण. भीस. अविरति पहुच पाले बहावरं पुखराय rur अहा. पुर० कम्मनिया० अहा• पुर० रुक्ले० अहा० पुर० अचारु. अहा० पुर० पुढविजोणिया. अहा० पुर० जाप कम्म० अहा. पुर० कम्पनिया. अहा. पुर० उदएसु० अहा. पुर० चेव पुढवि० अहा. पुर. नाणविहाण. महा पुर० जाणाविहाणं० महा० पुर० पप्पथ. अहा० पुर० घरपरि० अहा. पुर० भुयपरि०Page Navigation
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