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१०६ । आदर्श कन्या
आदशं सभ्यता
जिस व्यक्ति से जिस काम के लिए जितने पैसे ठहरा लिए हों, उसे उतने ही पैसे दो, उससे कुछ भी कम देने की इच्छा न करो।
किसी के मकान में प्रवेश करने से पहले उसकी अनुमति अवश्य ले लेनी चाहिए ।
रेल, तारघर, डाकघर, सभा, पुस्तकालय, कारखाने आदि किसी भी, सार्वजनिक स्थान की लिखी हुई सूचनाओं का उल्लंघन कदापि न करो। xxx यदि इधर-उधर आते जाते या उठते-बैठते किसी पुरुष अथवा स्त्री से तुम्हारा पैर छु जाए तो उससे हाथ जोड़कर झट-पट विनम्रतापूर्वक क्षमा मांगनी चाहिए। X X X नाक का मल, कफ या थूक आदि दीवारों पर, घर के कोनों में, किवाड़ों के पीछे या अन्य किसी सार्वजनिक स्थान पर नहीं डालना चाहिए। xxx किसी की खोई हुई या गिरी हुई वस्तु आदि
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