Book Title: Adarsh Kanya
Author(s): Amarmuni
Publisher: Sanmati Gyan Pith Agra

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Page 119
________________ ११०: आदर्श कन्या आदर्श सभ्यता दो आदमियों की बातों में बोलना, अनाधिकार चेष्टा है। ये सब भयंकर दुर्गुल हैं। इनसे ध्यानपूर्वक छुटकारा पाने का प्रयत्न करो। + + + सोते हुए मनुष्य के पास इतने जोर से पैर पटक कर न चलो, फिरो, जिससे उसको नींद उचट जाए। सोने वाले के पास बैठक र ऊँची आवाज से हँसना या बोलना भी नहीं चाहिए। + + + जिस किसी आदमी से जो चीज मांगकर लाओ ठीक समय पर उसे वापस लौटा दो। चीज, उसके बार-बार मांगने पर यदि वापिस लौटाई, तो तुम्हारी सच्चाई कहाँ रही? Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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