Book Title: Acharang Sutram Pratham Shrutskandh
Author(s): Punyakiritivijay
Publisher: Shripalnagar Jain Shwetambar Murtipujak Derasar Trust
View full book text ________________ आचारा श्रीआचाराङ्गं नियुक्तिश्रीशीला० वृत्तियुतम् श्रुतस्कन्धः१ // 1 // सूत्रस्य विषयानुक्रमः 1 // श्रीआचाराङ्गसूत्रस्य विषयानुक्रमः॥ प्रथमश्रुतस्कन्धस्य सूत्राणि-२२३, सूत्रगाथा:-१११, नियुक्तिगाथा:- 284 क्रम: विषयः सूत्रम् नियुक्तिः पृष्ठः | क्रम: विषय: सूत्रम् नियुक्तिः पृष्ठः प्रथममध्ययनं कार्थिकानि (10) / - शस्त्रपरिज्ञाख्यम् .. 1-62 1-171 1-143 |1.1.4 प्रवर्तनाद्वारेऽस्य प्रथमत्वं. प्रथमाध्ययने प्रथमोद्देशकः / प्रथमत्वे हेतुः आचारायत्तं (जीवत्वसिद्धिः) 1-13 1-67 1-49 | गणित्वम् / 8-10 10-11 नियुक्तिकारमङ्गलं |1.1.5 अध्ययनादिभिराचारस्य नियुक्तिकथनप्रतिज्ञा च / - परिमाणं-समवतारद्वारे ब्रह्मचर्या१.१.२ आचारादीनि ध्ययनेषु चूडाऽवतरणम् / - निक्षेपपदानि (10) 1.1.6 महाव्रतानां सर्वचरणे षट्, दिशि सप्त, द्रव्येष्ववतारः शेषेषु चत्वारः। 2- 37 सारद्वारेऽङ्गादीनां 1.1.3 नामादिचतुष्टयस्य सारप्रदर्शनम्। सर्वव्यापित्वंआचाराङ्गयो 1.1.7 ब्रह्मनिक्षेपाः (8) 16-19 निक्षेपचतुष्टयं भावाचारे स्थापनायां ब्रह्मणस्योत्पत्तिः, द्वाराणि (७)आचारस्यै वर्ण (7) वर्णान्तराणां // 1 //
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