Book Title: Abhaydan ki Katha Author(s): Vikrant Patni Publisher: Jain Chitrakatha View full book textPage 9
________________ जैन चित्रकथा अपने कर्मो और क्रोध में एक दूसरे की हत्या करने का और धर्मिलने शेर की योनि में जन्म लिया। पापलेकर वे पशू योनि में गए। देवलि ने सूअर योनि में जन्म लिया। LONath SAATAAPS AMAN... ये दोनों एक ही जंगल में रहते थे। एक दिन दो मुनिराज कहीं से आए और जंगल की गुफा में ठहरे। MAMAN (10. (AAYAMOO VATA " CoPage Navigation
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