Book Title: Aagam 44 NANDISOOTRA Moolam evam Vrutti
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar
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[४४] नन्दी (चूलिका)सूत्रम्
नमो नमो निम्मलदंसणस्स
पूज्य श्रीआनंद-क्षमा-ललित- सुशील-सुधर्मसागर गुरुभ्यो नमः
“नन्दीसूत्रं" मूलं एवं वृत्तिः
[मूलं + मलयगिरिसूरि-रचिता वृत्तिः]
[आद्य संपादक: - पूज्य आगमोद्धारक आचार्यदेव श्री आनंदसागर सूरीश्वरजी म. सा. 1
(किञ्चित् वैशिष्ठ्यं समर्पितेन सह )
पुनः संकलनकर्ता→ मुनि दीपरत्नसागर (M.Com., M.Ed., Ph.D.)
23/04/2015, गुरुवार, २०७१ वैशाख सुद ५
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मुनि दीपरत्नसागरेण संकलित आगमसूत्र- [४४], चूलिका सूत्र- [१] "नन्दीसूत्र" मूलं एवं मलयगिरिसूरि रचिता वृत्तिः
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