Book Title: $JES 941 Pratikraman Sutra Book in English
Author(s): JAINA Education Committee
Publisher: JAINA Education Committee

View full book text
Previous | Next

Page 149
________________ A. प्रभात के पच्चक्खाण MORNING PACHCHAKKHÄNAS kälenam, disä-mohenam, sähu-vayanenam, mahattarä-gärenam, savva-samähi-vattiyä-gärenam vosirai. 3. पुरिमड्ढ / अवड्ढ सूरे उग्ग पुरिमड्ढ / अवड्ढ मुट्ठि सहिअं पच्चक्खाइ चउव्विहंपि आहारं-- असणं, पाणं, खाइमं, साइमं अन्नत्थणा-भोगेणं, सहसा - गारेणं, पच्छन्न-कालेणं, दिसा-मोहेणं, साहु-वयणेणं, महत्तरा-गारेणं, सव्वसमाहि-वत्तिया-गारेणं वोसिरइ. 3. Purimaddha / Avaddha Sure uggae *purimaddha / avaddha mutthi-sahiam pachchakkhäi Chauvvihampi ähäram-- asanam, pänam, khäimam, säimam Annatthanä-bhogenam, sahasä-gärenam, pachchhanna-kälenam, Disä-mohenam, sähu-vayanenam, mahattarä-gärenam, * - Savva-samähi-vattiyä-gärenam vosirai. 4. एगासणा / बियासणा उग्गए सूरे *नमुक्कार-सहिअं / पोरिसिं / साड्ढ -पोरिसिं / सूरे उग्गए पुरिमड्ढ / अवड्ढ मुट्ठि सहिअं पच्चक्खाइ उग्गए सूरे चउव्विहंपि आहारं-- असणं, पाणं, खाइमं, साइमं अन्नत्थणा-भोगेणं, सहसा - गारेणं, पच्छन्न-कालेणं, दिसा-मोहेणं, साहु-वयणेणं, महत्तरा-गारेणं, सव्वसमाहि-वत्तिया-गारेणं विगईओ पच्चक्खाइ अन्नत्थणा - भोगेणं, सहसागारेणं, लेवा-लेवेणं, गिहत्थ-संसद्वेणं, उक्खित्त-विवेगेणं, पडुच्च-मक्खिएणं, पारिट्ठावणिया-गारेणं, महत्तरा - गारेणं, सव्व-समाहि-वत्तिया-गारेणं *एगासणं / बियासणं पच्चक्खाइ तिविहंपि आहारं-- असणं, खाइमं, साइमं अन्नत्थणा-भोगेणं, सहसा गारेणं, सागारिया-गारेणं, आउंटणपसारेणं, गुरु-अब्भुट्ठाणेणं, पारिट्ठावणिया-गारेणं, महत्तरा-गारेणं, सव्वसमाहि-वत्तिया-गारेणं, पाणस्स लेवेण वा अलेवेण वा, अच्छेण वा, बहलेण वा, ससित्थेण वा असित्थेण वा वोसिरइ. PRATIKRAMAN SUTRA BOOK 149

Loading...

Page Navigation
1 ... 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170