Book Title: $JES 941 Pratikraman Sutra Book in English
Author(s): JAINA Education Committee
Publisher: JAINA Education Committee

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Page 170
________________ E. मुहपत्ति का पडिलेहण - PADILEHANA OF THE MUHAPATTI E. मुहपत्ति का पडिलेहण - Padilehana of the Muhapatti पडिलेहण के बोलों को बोलते हुए चित्रों में दर्शाये अनुसार मुहपत्ति एवं शरीर का पडिलेहण (प्रतिलेखन)?B करें (चि. 15 से 35). Perform the Padilehana (pratilekhana) of the muhapatti and the body uttering the words of padilehana as shown in the pictures (Pic. 15 to 35). चि. Fig 15 Fig 16 Fig 17 1. मुहपत्ति खोलकर, दोनों हाथ में पकड़ते हुए, दृष्टि पडिलेहण कर, "सूत्र” शब्द बोलें (चि. 15). फिर मुहपत्ति को दूसरी ओर पलटकर, दृष्टि पडिलेहण कर, “अर्थ' शब्द बोलें (चि. 15). फिर तीसरी बार मुहपत्ति को पलटकर, दृष्टि पडिलेहण कर, “तत्त्व करी सद्दहुं” पद कहें(चि. 15). 2. फिर “सम्यक्त्व-मोहनीय, मिश्र-मोहनीय, मिथ्यात्व-मोहनीय परिहरूं" कहते हुए मुहपत्ति के एक किनारे को हिलायें (चि. 15). 1701 PRATIKRAMAN SUTRA BOOK

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