Book Title: Yogsar Part 01 Author(s): Ratnabodhivijay Publisher: Jinshasan Aradhana Trust View full book textPage 2
________________ NOMONICONSION का पूर्वमहर्षिविरचितः । । योगसार: पद्मीयवृत्ति-तद्गुर्जरभावानुवाद-विभूषितः । प्रथमो भाग: SMSMSMSMSMSMSMSMSMSMSMSMSMS प्रेरकाः .. परमपूज्य-वैराग्यदेशनादक्ष-आचार्यदेव-श्रीमद्विजय हेमचन्द्रसूरीश्वराः । SSSSSSSSSSSSS SSSSSSSSS मूलसंशोधको वृत्तिकारो भावानवादकार सम्पादकश्च परमपूज्य-श्रीसीमन्धरजिनोपासक-आचार्यदेव-श्रीमद्विजयहेमचन्द्रसूरीश्वराणां शिष्याणुः मुनिरत्नबोधिविजया 003057 04.13 प्रकाशकः श्रीजिनशासनआराधनाट्रस्टः मुम्बई 645x6x5x5x66x6x5xoxoxoPage Navigation
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