Book Title: Yatindramatdipika
Author(s): Nivasdas, Hari Narayan Apte,
Publisher: Anand Ashram

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Page 114
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir सूचीपत्रम् । ५८१६ ५६।१९ ४७१२ १६।२५ ४९।१६ पृ. पं० पृ० ५० देशबन्ध .... .... ६२।२८ पतिव्रता ध.... देहेन्द्रियमनः ७०। ९ पदानां त .... २६।२० | परवित्ता .... ५९।२६ न खवह .... ७२५ परित्राणाय.... ८८१३ न जायते .... ७०।२८/ पाञ्चरात्रं .... ३०।२१ न तत्र स्था १२।२० पुंस्त्वादिव .... न तीक्ष्णधि.... १३१४ पृथगात्मा .... ७४१२८ न तु तदृ ... ५२।१५ प्रकृतेः क्रिय .... .... ७२।२७ नमस्ते वायो ९१२२० प्रजापतिः प्रजा .... ७०/३० नववर्ष .... .... ४८२५ प्रज्ञया घ्राणं ...... .... ६९।३१ प्रज्ञा च त.... .... न विज्ञातु .... ७३।२२ प्रणम्य पर.... ..... ११० नानात्मानो.... ७२॥ ८ प्रतिबन्धां .... १८०१० नानावीर्याः.... प्रतिमन्वन्तरं नासदासी .... | प्रदीपवदा .... ७०।२१ निगृहनं .... प्रमाणं प्रथमे नित्यः सर्वगतः प्राणमनू .... नित्या सा य ७३।२४ नित्यैवैषा .... ८९॥ ९ बलेन हर .... ८५।१९ नित्यो नित्या ७१।२९ बालाग्रशत नित्यो व्यापी ७२।२१ बिभर्ति य .... ५९/२० निरञ्जनः .... ७८।१९ बुद्धे क्षेम .... ६१।२२ निर्मलम् .... ४।१३ बुद्ध चेत्क्षे .... ६१।२२ नेह नाना .... ब्रह्म वा इद ७९।२२ नैकस्मिन्न .... ७४। ७ ब्रह्म वेद .... ७८।२३ ब्रह्माण्डं .... .... २९।२१ पञ्चदश रात्रा ३३।२४ । ब्रह्मेत्युपासी ७२।२४ पञ्चमे लक्षि.... २।१७ ब्राह्मणक्ष .... ३०१२६ पञ्चरात्रस्य .... ...... .... ३०१९ पञ्चरूपा तु .... .... ५४।२६ भक्त्या त्वन .... .... ६१॥ ९ पण्डिताः स.... ... .... ७४।३१ भद्राश्वं पू .... ... .... ४८।२३ ८५१० २।१३ ३९।१८ ६९।२१ ... ७रा१४ For Private And Personal Use Only

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