Book Title: Yatindramatdipika
Author(s): Nivasdas, Hari Narayan Apte,
Publisher: Anand Ashram

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Page 117
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir अस्मिन्प्रन्येऽभिहितार्थानां विशेषशब्दानां वर्णानुक्रमेण सूचीपत्रम् पृ० पं. अख्याति .... . अजडत्व .... १९।१४ .. .. .... अणुत्व भतिव्याप्ति .... अतिशयित.... अथर्वन् .... . ... ... अष्ट पृ. ५० अपृथक्सिद्धत्व .... .... ४४११३ .... १०। ७ अप्रकाश .... .... ९१।१८ ५१॥ ८ अप्रवृत्ति .... ९१६१८ ७॥१५ अबाधितविषयत्व ३९।१३ अभिध्या .... ६३०२४ ४। ४ अभिनिवेश ..... १०।१२ ४। ६ अभ्यास .... ६३।२ २७१२७ अयन .... १०।१८ ७१। ४ अर्चावतार.... ३।१० ८५ ६९।२३ अर्थवाद ८३॥ ९ अर्थापत्ति २३॥ १ ६३२२५ अर्थार्थिन् ७६।१८ ६।६ अव्याप्ति ४।२ ६३॥ ४ अशम .... ९११६ ११। ४ असंभव .... ४४ १३॥ ४ असत्ख्याति ९।२७ १८॥ ३ असत्प्रतिपक्षत्व १९।१५ १८॥ २ असाधारण २२॥ ३ २२॥ १ २१॥ ८ १२ असूया ६०१२२ १०।२१ अहिंसा ६३।२३ २७११ .... अद्रव्य अधर्य अनन्त अनभिध्या .... भनर्वाचीन ... ... अनवसाद .... अनिर्वचनीयख्याति.... अनुद्धर्ष .... भनुमान .... अनुमिति ..... अनैकान्तिक अन्तर्यामित्व अन्यथाख्याति अन्यथाज्ञान अन्वय .... .... अन्वयव्यतिरेकिन् अन्वयव्याप्ति अप् .... .... अपूर्वविधि .... .... .... .... .... ... .... शा ३।२० . ४२। ६ .... ... १८०१५ आकरज .... १९।१७ आकाङ्क्षा .... १८॥ ८ आकाश .... ४२।१३ | आत्मख्याति २८१२२ आत्मत्व .... .... .... ४०९ .... ९।५ . .. For Private And Personal Use Only

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