Book Title: Yatindramatdipika
Author(s): Nivasdas, Hari Narayan Apte,
Publisher: Anand Ashram

View full book text
Previous | Next

Page 121
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir सूचीपत्रम् । पृ०६० पृ. ५० | मैत्री फलमाक्त ६३।१० .... ६०१७ ७८२१ ५९।२० ९११७ बद्ध ७१। ७ ६०। ७ c66 ८१। ४ यजुस् बल.... .... बाधितविषयत्व ब्रह्माद्वैत २७२६ ६२१९ १२।२६ ३२।२८ ..... ३२।२१ १९।१३ यम ७२।१५ योग | योगरूढि ७६।२४ योग्यता ६२॥ ८ ३१॥ ५ रजस् ६ ०२२ रति पक्त भक्तियोग भरतागम भावना .... भत ४० ५ रस.... भाम .... ४२५ रसतन्मात्र रसनेन्द्रिय भ्रम ९१। ३ २०१६ ९४॥ ४ ४२।१३ ३११ ५९।२१ ३२।२७ ९॥ ६ ४२। १ मद रूढि मनन .... रूप मनस् लज्जा ३२३ ६०।१० ७१/२० ५९।२४ रूपतन्मात्र मन्त्र मारसर्य ५९।२२ लक्षण माधुर्य मादेव ...... ..... ..... ६०।१० लता माप्त . .... .... .." मिश्रप्सत्त्व .... .... .... .... ७७१८ मुख्यवृत्ति ३२। ७ वाच् मुदिता ६०।१९ वात्सल्य .... मुमुक्षा .... ..... .... .... ६०।१७ वाद.... .... मुहर्त .... .... ९०११८ वायु .... .... ९११ .... ३॥ ६०१० २४।। For Private And Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 119 120 121 122 123 124 125 126