Book Title: Vidhipaksh Gacchiya Shravakna Daivasikadik Panch Pratikraman Sutra Author(s): Shravak Bhimsinh Manek Publisher: Shravak Bhimsinh Manek View full book textPage 6
________________ पृष्ठ ___ .... १०० .... १०४ (४) क्रमांक. ग्रंथोनां नाम. ५६ रा संथारानो पाठ. .. ५७ पोसह पारवानी गाथा. .... ५७ परकीखामणां. ... .... एए धणमिहुण सुर महब्बल ए स्वाध्याय..... १०५ ६० जरहेसरनी सद्याय. .... .... १०७ ६१ श्रीदेवचंदजीकृत अष्टप्रवचन मातानी स० १०७ ६५ गौतमस्वामीनो रास. .... .... १२६ ६३ प्रजात समयें मंगलाचार.मंगलं जगवान्. १३६ ६४ गौतमाष्टकछंद. वीरजिनेश्वर केरोण .... १३७ ६५ गणधर स्तवन, एकादश गणधरनां. १३० ६६ गौतमाष्टक प्रजाती. मात पृथ्वीसुत. १३॥ ६७ गौतम गुरुनी चोपाई. जयो जयो गौ..... १४० ६७ वृद्धचैत्यवंदन. केवलनाणी. .... १४१ ६ए सन्नत्त्या देवलोके. चैत्यवंदन. १४७ ७० अर्हतां स्तुति. श्रीअरिहंत नमीजें. .... १५० ७१ अतींघिय स्वरूप सिझस्तुति. .... १५० ७२ आचार्योपाध्यायानगाराणां युगपत्स्तुति. १५१ ७३ श्रात्मगुण स्तवन.आतम गुण अनिलाख्यो १५१ उन सिकाचलजीनुं चैत्यवंदन. विमलकेवल १५५ Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
1 ... 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 ... 220