Book Title: Uvavai Suttam
Author(s): Munichandrasuri
Publisher: Mahavir Jain Vidyalay

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Page 338
________________ 264 9 वासी 13 वित्त विचित्त शब्द पृष्ठ सूत्र पं. शब्द वालुया 166 117 14 विक्कम वावि 161 99 16 | विक्कय वावी विक्खंभ वासंतियलया 16 11 8. विक्खंभ वास 117 63 23 विक्खंभ वास 47 23 विक्खेवणी वास 61 29 विगति वासरेणु 131 69 विगसित वासा 61 29 विचरण 61 29 विचित्त वासुदेव 138 71 विचित्त वाहण 132 69 2 विचित्त वाहण 176 141 10 वाहण 188 161 6 विच्छड्डिय वाहण 43 21 5 विच्छड्डिय वाहणसाला 59 23 विच्छिप्पमाण वाहणाइण्ण 21 14 6 विजय वाहुय 133 70 24 विजय विहणिज्ज 111 63 15 विज्ज विउलमइ 49 24 3 विज्जाहर विउव्वणिड्ढि 49 24 3 विज्जाहर विउस्सग्ग 70 38 2 विज्जु विउस्सग्ग विउस्सग्गारिह विज्जु विओसरणया 132 69 4 विज्जुअंतरिय विकप्प 107 विडिमा विकसिय 42 21 8 विणय विकिट्ठ विणय विकुस 15 8 2 | विणय विक्कम 35 19 15 | विणय श्री औपपातिकसूत्रम् पृष्ठ सूत्र पं. पृष्ठ सूत्र पं. विणिच्छितट्ठ 189 162 8 188 161 7 विणिमय 12 5 6 18 13 22 विणिमुयंत 116 63 2 192 170 18 विणिवाद 78 46 11 203 192 14 विणीया 134 70 22 77 45 12 / विण्णय 180 148 11 . 156 93 वितिमिर 116 63 1 82 47 47 16 | वितिमिर 201 183 2 116 63 वितिमिर 90 51 23. वित्त 21 14 6 83 47 14 वित्ति 154 91 8 94 51 वित्तित 7 2 15 वित्थड 136 71 12 21 14 वित्थिण्ण 10 5 17 130 69 वित्थिण्ण , 21 14 6 119 64 वित्थिन 176 141 9 203 192 12 / विदित 57 26 5 56 25 विदेह 159 96 21 138 71 विधि 188 161 6 49 24 वित्राण 46 23 4 | विपुल 10 5 16 85 48 12 / | विपुल 147 82 5 94 51 176 141 10 विपुल 21 14 6 विपुल विपुल 31 19 22 विपुल विपुल 78 46 9 70 40 18 / 108 5 विज्जु विपुल विपुल

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