Book Title: Uttaradhyayanani Author(s): Suryodaysagarsuri, Narendrasagarsuri Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund View full book textPage 9
________________ [४] पंक्ति १९ १३८ १३८ १४० १४० अशुद्ध पिहइन्डं। पिहुंडं ०शिक्षिते अशिक्षित नीति शिक्षितो नीति यिमप्पियं पियमप्पियं • * १४० १४० १४० हिन्द्रयः द्रष्ट्रे वडत. मिश्री १४१ १४१ १४१ स्पृशेरी० १४२ * १४१ १४२ १४४ मसं० समुद्रु. धरो, कालक० सुटुः खितात् रथिः फासा तेन्द्रियः ०द्राष्ट्र चंडत मिश्वी० स्पृशोत्परी० धर्मसं० समुद्र . धरो, गौतम कालक० सुदुःखितात् सारथि० रण सन्ति पवेइयं १४४ १४५ त्रण १४६ * * * १४७ " __ २१ १४८ १६ संन्ति पवेयं ष्ट्वोदं भजत्व सिद्धि हटोड ०एयस्स धावपि सोत्तमे , २१ १५०८ भजस्व सिद्धि हडोड ०एण्यस्य दावपि सुत्तमुत्ति सक ० बान संग " २३ बानPage Navigation
1 ... 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 ... 330