Book Title: Upasakadhyayan
Author(s): Somdevsuri, Kailashchandra Shastri
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 652
________________ ५३० उपासकामासन पात्र प्रशम पुद्गल पुण्डरीक पुराकर्म पुराण पुरुषकार २३३ १९० २३३ ७६ १२ ८४,१९४ पक्ष २४६ पक्षपात पञ्चकल्याण २६९ पञ्चतन्त्रादिशास्त्र १९४ पञ्चपरमेष्ठी २२३,२२४ पञ्चमीगति २९ पञ्चाग्निसाधक ३१८ पणव २३८ पतञ्जलि पदार्थ २,१३,२६,३०,३३ ६६,७४ पद्म २७७ पद्मासन २८४ पद्य ३१३ परमब्रह्म ३,४,२५७,२६८ परमवैराग्य परमसूक्ष्मता परमहंस परमागम २१८,२६३,२७३ परमात्मा २१९ परमार्थ परमार्थसत् परमावगाढ़ (-सम्यक्त्व) ११३,११४ परमेष्ठी २१७ परलोक ३,१३,४५,२९४ परवादी परिग्रह २०३ परिदेवन (-आर्तध्यान) २६२ परिभोग २९१ परिव्राजक १३० परीवाद १७५ परीषह पर्याय -२८८ पर्वत १८१ भादि पर्वसन्धि २८८ पश्यतोहर ३,१३२ पाखण्ड प्रत्याख्यान १५५ पाणिपात्र प्रत्याख्यान (कषाय) ३३२ पाण्डव १२९ प्रथमानुयोग ३२८ २९३,३०० प्रदेश (-बन्ध) पादपूजा २९५ प्रभावन पानगोष्ठी १३२ प्रभावना २२२ पाप १२२,२७८,२८३ प्रमाण ८,१९,२६,१०५,२२१, पारिजात २३७ २६३ पाशुपत ...२ प्रमोद १५० पितृपूजा प्रयत्न पिङ्गल १८८ प्रातिहार्य २६९ प्रवचन १२२,२३०,२३४,३०१ ३२४ पुण्य प्रवाहीक १७८ १८८ प्रवृत्ति १,२,१२४ १०८,११०,२२२ प्रसंख्यान २६८,३१७ प्रस्तावना पुरुषविशेष प्रातिहार्य प्राय पुरोहित ३२३ प्रायश्चित्त १४० पुष्पदन्त १५३,२११ ३२७ प्रोक्षण पूजा ८२,८३,२३३ प्रोक्षित २१५ पूजा (मद) ३२६ प्रोषध पूजाफल २३३ ३१. बदरिकाश्रम पूर्वापरविरोष २६ , बन्ध २८,२९,३०,६१ पशुन्य १७५ बल (मद) ३२६ मोक्नपुर १७७ बहिस्तत्त्व प्रकीर्ण २२०,३१० बार्हस्पत्य प्रकीर्णक ३२५ बोज (-सम्यक्त्व)- ११३,११४ प्रकृतिज्ञ बुद्धदासी ९१,९२,९३ प्रकृति (-बन्ध) प्रकृतिपुरुष गोष प्राप्तिविया ..८८ बोधिभावना ३२३ २९५ ३२१ मणिधान ३३५ ३१५,३१८ प्रतिग्रह १५८,२९५ ब्रह्म ११,१२,१८९,१९१,३१८ प्रतिष्ठा १९. प्रत्यक्ष ३३५ ब्रह्मचर्य ३४,४३,५४ पूजन २८८ ३५,७४ १२० पर्व ब्रह्मचारी ब्रह्मपातक

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