Book Title: Upasakadhyayan
Author(s): Somdevsuri, Kailashchandra Shastri
Publisher: Bharatiya Gyanpith
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श्लोकातुकाम
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शाक्य २०,२४,९५,१३९,२३५,
३०१ शाक्य (-आम्नाय) शाक्यविशेष शालिसिक्थकलेवर शासन
२४ शास्त्र
१७,२१,२४ शास्त्रार्थ
३२७ शिक्षाव्रत १४३,२१२ शिखाच्छेदि
३१८ शिव शिव (-आम्नाय) ६१ शुचि शुषिर शुद्धोदन तनय - शुद्धि (-के दो भेद)
२,२२
२३८
३१३
शूद्र
शून्य तत्त्व शून्यता शैव शैवदर्शन शेवशास्त्र शौच शौच (-धर्म) श्रद्धा
२,५,६,२९६. श्रद्धान १३,१०४,११२,२२५,
भुतस्कन्ध
सबीजक (-ध्यान) .. २५४ ३२७ समय
२,२१२ श्रोत्रिय
१८९,३१९
समयदीपक
समयसमाचारविधि षट्पदार्थ
२३
समयान्तरप्रतिमा २१७
समयी संकल्प
२१७
समवसरण ६९,२१८,२३०, संकान्ति
२३८ संक्षेप (-सम्यक्त्व) ११३,११४ ।। समवाय संज्वलन (कषाय) ३३२ समाधि २२७,३२४,३२५,३३४ संघ ___ ९३,९४,१७५ समिति
२२४ सन्तानक
२३७ समुद्देश्या (भिक्षा) ३२१ संध्या
सम्यक् चारित्र २२५ संयम ५,७१,८२,९३,३१७, सम्यक्त्व १,२,१२,१३,३७,४८, ३२६,३३१,३३२,३३४
५२,५८,७०,७१,१०४, २२७,२२८
१०८,११५,११६,१२८, संयमी ३५,८६,
२२६,२२७,३३१ संयोग (आर्तध्यान) २६२ संवेग
१०८,११०
सम्यग्ज्ञान २२४,२२९,३१८ संशय (मिथ्यात्व) ३०,३१
सम्यग्दर्शन ३६,४८,५३,२२३ संसार १,७८,१११,३३३
सरस्वती २१८,२२८,२३८, संसार सुख ६२,७६,८१
२८७,३०८ संसारी
सराग संसारशरीरभोगवैराग्यस्थिति ८६ सराग (सम्यग्दर्शन) १०८ संस्कार संहरण
. २८२ सर्वज्ञबीज सकल
सर्वशून्यत्ववादो सकलीकरण
सल्लेखना १८३,३२३,३२५ सचित्तनिक्षिप्त ३१३
सहस्रकूटचैत्यालय ५३ सत्य ७१,१७४,१७५
सांख्य २,२४,१३९,३२१ सत्यस्वप्न
सांख्यमुख्य सत्यसत्य १७५,१७६ सागार
१२७ सत्यासत्य १७५,१७६ सात्त्विकदान
३०८ सदाचार
साधक
३०३ सदाशिव ९,१७,२१,२२ साधर्म्य सनातन
३०३,३०४,३२४ सन्देह
साधुपरमेष्ठी २२२ सन्निधापन
सामान्य सन्मार्ग
सामायिक
२१२ सप्तत्त्व २६७ सामुद्रक
१८०
८१
सर्वज्ञ
३२७
श्रमण श्रमणसंघ
श्राद्ध
श्रावक धर्म श्रावक लोक
१४२ श्रुत २३,१११,१२९,१७५,
२२०,२४०,२८७,२९४,
३०९,३१०,३१७,३३४ श्रुत (दान) २९४ श्रुत (-बोध) ५८,२२४,२२७ श्रुतकेवली
२९४ श्रुति २०,२४,१८९,२१६,२२६ श्रुति (-आम्नाय)
साधु

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