Book Title: Upasakadhyayan
Author(s): Somdevsuri, Kailashchandra Shastri
Publisher: Bharatiya Gyanpith
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१७८
भीष्म भृगु
मनु
३९
पर्वत
मृगवेग मगसेन
श्लोकानुक्रम
५३५ नामधर्म १५७ भास्करदेव ८६,९२ विश्वमूर्ति
३९ नारदमुनि ६७ भीम
विश्वम्भर १५७,१५८,१६४ नारद १८१,१८२,१८३,१८४
१७८ विश्वभूति १८०,१९० १८५,१८६,१८८
विश्वरूप
३९ नित्यमण्डित (चैत्यालय) ४० भ्राजिष्णु
२०० विश्वानुलोम ३९,४०,४२,४३ निपुणिका १०१,१७२ मगधसुन्दरी
विश्वामित्र पन ९८,९९,१००,१०१ मणिकुण्डला
२०६ विश्वावलोकन
३९ पप्ररथ ४७,४८,४९ मणिमाला
८६ विश्वावसु ३९,१८१ पना १९४,२००,२०१ ।। मतङ्ग ४३,६६,१८८,१९० विश्वेश्वर परशुराम मधुपिङ्गल १७७-१८०
विष्णु ९८,१००,१०१,१०३ पराशर
१८८,१९० वीरनरेश्वर १८१-१९० मन्दोदरी
१७८,१७९ वीरमति पवनवेगा '८८ मरीचि ६६,१८८,१९० शाण्डिल्य
१८७ पिङ्गल ४३,६६,१७७,१८८ महापद्म
शिवगुप्त
१५८ पिण्याकगन्ध २०६,२०८,२०९, महाबल १६१,१६२,१६३
शिवभूति १८० २१० मुनिगुप्त ६२,६६,७०,१५८
शुक्र
९५,९६ पूतिकवाहन ९०,९३
७६,७८ शरदेव
७८,८० पुरन्दरदेव
१५५,१५६,१५७ श्रीदत्त
१५८-१६३ पुलस्ति यज्ञदत्ता
श्रीभूति
१६७-१७४ यमदण्ड
श्रीमती १६२,१६३,१६५ यशोधराचार्य १५५ श्रीवासुपूज्य पुष्पकदेव १००,१०१ यशोध्वज
७२,१६४ श्रुतसागर पुष्पकश्रेष्ठी
रत्नप्रभ २०५,२०८,२०९ श्रेणिक पुष्पदन्त ७८,८०,८१,८२,१४० राधा
१५९ सगर १७८,१७९,१८० पुष्पवती ७८ .. रामदत्ता १६७,१७१,१७२ सङ्ग
१७८ पुष्य १९४,२००,२०१,२०२ रेणुका
सत्यघोष १६७,१७३ पूर्णचन्द्र
१६७ रेवती ६३,६६,६८,७० समुद्रदत्त प्रभावती
लक्ष्मीमति
९८ सागरदत्त प्रह्लादक ९६ ललित
सिंहकोति प्रियदत्तश्रेष्ठो ५३,५४
वजकुमार ८६,८७,८८,९२,९३ ।। सिंहचन्द्र ९५-१०३
१८१.१८५ सिंहसेन बृहस्पति------
९५,९६ वसुमती १८१ सुदत्त
२०६,२०९ ब्रह्मदत्त
वसुवर्धन ५३. सुदत्ता
१६८ भद्रमित्र १६८,१७१,१७२, वारिषेण ७६,७७,८०,८१,८२
५७,८६ १७३ विजय ४३ सुधर्माचार्य
४७ भरत
६६,१७८ विद्युत्क्रम ४३,४४,४७ भर्ग ३६ विरोचन
सुनन्दन
८९,१४२ भवसेन ६६,६९ विशाखा
१६३
३९,१६० भाग
विश्वदेव
१८१ सुन्दरी
५०
पुलह
पुलोम
४८
७६
१६७
बलि
वसु
२०८
सुदेवी
सुनन्द
सुनन्दा

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