________________ उपासक आनन्द चरम तीर्थंकर श्रमण भगवान् महावीर के दश श्रावकों में अग्रणी थे। उनेक त्यागमय तथा तपोमय जीवन की सुन्दर झाँकी उपासक दशांग सूत्र के प्रथम अध्ययन में अंकित है। राष्ट्र सन्त उपाध्याय अमरमुनि जी ने आनन्द श्रावक के जीवन पर विशद, व्यापक एवं विविध दृष्टिकोणों से प्रकाश डाला है, अपने प्रवचनों में, उसका ही मनोहर, सुन्दर संकलन प्रस्तुत पुस्तक में है। सम्पादक विजय मुनि शास्त्री Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org