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२२१२१४५-५० २२११००१-१६
१०४. शक्तिधर शर्मा- प्रामाण्यवाद और क्वान्तम्धारणा १०५. समणी कुसुम प्रज्ञा- • दशकालिक नियुक्ति १०६. समणी सत्य प्रशा--- 'महाप्रज्ञ अतीत और वर्तमान'
में उपलब्ध सूक्तियां १०७. समणी स्थितप्रज्ञा- . संबोधि में अलंकर १०८. सोहनलाल पटनी- ऋतंच सत्यंच १०९. सुभाषचंद सचदेवा-- • जैन दर्शन नास्तिक नहीं है ११०. हरिशंकर पांडेय- ० तुलसी स्तोत्रम्-एक परिचय
० रत्नपाल चरित्र में अलंकार सौन्दर्य ० भागवतीय आख्यानों का विवेचन
२०१४१३४९-३५६ २११२।२१५-२२१ २१११११०३-१०५ २१।२।२०५.२०८ २०१४१३५७-३.६२
२१।११७९-९६ २११३३३३७-३४०
साहित्य सत्कार और ग्रन्थ चर्चा खण्ड १. भाग २० अंक ३ समीक्षक-परमेश्वर सोलंकी १. आचारांग भाष्यम्- (मूलपाठ, संस्कृत भाष्य, हिन्दी अनुवाद, तुलनात्मक टिप्पण,
सूत्र भाष्यानुसारी विषय विवरण, वर्गीकृत विषय सूची तथा विविध परिशिष्टों से समलंकृत)-आचार्य महाप्रज्ञ, जैन
विश्व भारती संस्थान, लाडनूं २. श्रीमद् भागवत की स्तुतियों
का समीक्षात्मक अध्ययन-डॉ. हरिशंकर पांडेय, जैन विश्व भारती संस्थान, लाडनूं ३. जयोदय-महाकाव्य (उत्तरांश) ---महाकवि भूरामल, ज्ञानोदय प्रकाशन, पिसनहरी ४. जयोदय महाकाव्य का शैली वैज्ञानिक अनुशीलन-डॉ. कु. आराधना जैन, श्री दिगम्बर जैन मुनि संघ चातुर्मास
सेवा समिति, गंजबासौदा ५. सप्तसंधान काव्य एक समीक्षात्मक अध्ययन-डॉ. श्रेयांस कुमार जैन, अरिहन्त इन्टरनेशनल बी. ५।२६३,
यमुना विहार, दिल्ली-५३ ६. जिनवाणी के मोती--- दुलीचन्द जैन, जैन विद्या अनुसंधान प्रतिष्ठान १८, रामानुज
अय्यर स्ट्रीट, साहुकारपेट, मद्रास-७२ ७. महामन्त्र णमोकार का मनोवैज्ञानिकअन्वेषण-डॉ. रवीन्द्रकुमार जैन, केलादेवी सुमति प्रसाद ट्रस्ट बी. २२६३, यमुना
विहार, दिल्ली-५३ ८. देव शास्त्र और गुरु--डॉ. सुदर्शन लाल जैन, अखिल भारतीय दिगम्बर जैन
परिषद्, १, सेन्ट्रल स्कूल कॉलोनी वाराणसी-५ ९. कर्मबंध और उसकी प्रक्रिया-पं. जगमोहनलाल शास्त्री, निजज्ञानसागर शिक्षाकोष
मेडीक्योर लेबोरेट्री बिल्डिंग, प्रेम नगर, सतना.. खण्ड २२, मंक४
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