Book Title: Tulsi Prajna 1994 01
Author(s): Parmeshwar Solanki
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 135
________________ (४) तेरापंथ - साहित्य के मुद्रण की शुरूआत, अंक ३, पृ० २-४ -- परमेश्वर सोलंकी (५) बडली जैन शिला लेख का महत्त्व और उसका अक्षर विन्यास अंक ४, पृ० ३-५ - परमेश्वर सोलंकी ४५. पुस्तक समीक्षा : नाम पुस्तक मयलेखक समीक्षक अंक व पृष्ठ १. मारवाड़ी व्यापारी (डॉ० गिरिजाशंकर शर्मा ) अंक १, पृ० ७१-७३ डॉ० भगवानदास गुप्त ३९२ २. कथ्य अपना तथ्य ३. बिम्ब प्रतिबिम्ब पराया ( मुनि मोहनलाल सुजान ) अंक १, पृ० ७३ डॉ० आनंदमंगल वाजपेयी ( मुनि मोहनलाल सुजान ) डॉ० आनंद मंगल वाजपेयी अंक १, पृ०७४ अंक १, पृ० ७४ ४. मंजिल की पहुंच ( मुनि मोहनलाल सुजान ) डॉ० आनंद मंगल वाजपेयी ( श्याम महर्षि ) ५. राजस्थली - ५१ अंक १, पृ० ७५ डॉ० परमेश्वर सोलंकी ६. राजस्थानी शब्द सम्पदा ( मूलचंद प्राणेश) अंक २, पृ० १५७-५९ डॉ० परमेश्वर सोलंकी ७. जैनदर्शन - दिग्दर्शन (मुनि श्री गणेशमल) अंक २, पृ० १५९-१६३ श्रीमती सुशीला चौहान ८. रोशनी की मीनारें (साध्वी निर्वाणश्री) अंक २, पृ० १६३-१६५ अमृतलाल शास्त्री ९. संस्कृत शतक परम्परा और आचार्य विद्यासागर के शतक अंक २ ( डॉ० श्रीमती आशालता मलैया ) डॉ० परमेश्वर सोलंकी पृ० १६५१६७ १०. जैन धर्म और भक्ति (डॉ० प्रेमसागर जैन ) अंक ३, पृ० २५७-२५९ डॉ० परमेश्वर सोलंकी ११. भारतरत्न डॉ० अम्बेडकर और बौद्ध धर्म अंक ३, पृ० २५९-२६० ( डॉ० भागचन्द्र जैन) डॉ० परमेश्वर सोलंकी १२. जैन परामनोविज्ञान (डॉ० राजेन्द्र मुनि, साध्वी प्रभाश्री) डॉ० आनंद मंगल वाजपेयी अंक ३, पृ० २६०-२६२ १३. प्यार का गणित ( शंकरलाल मेहता 'बाबूजी') अंक ३, पृ० २६२-६३ आनंद प्रकाश त्रिपाठी Jain Education International For Private & Personal Use Only तुलसी प्रज्ञा www.jainelibrary.org

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