Book Title: Triji Jain Shwetambar Conferenceno Report
Author(s): Maganlal Chunilal Vaidya
Publisher: Reception Committee

View full book text
Previous | Next

Page 6
________________ ( ३ ) उतारा कमीटीना प्रमुख अत्रेना सुप्रसिद्ध वैद्य बापुनाइ हीराभाइ अने से - क्रेटरी गांधी जमनादास जगजीवनदासे जूदा जूदा ग्रहस्थो पासेथी उतारा मेळावामां अने त्यां पधारनार गृहस्थानां सन्मान करवामां अने व्यवस्था साचववामां पोताना शरीर भोगे पण दीर्घ प्रयास कर्यो छे अने उतारा शिवाय बीजा कामोमां पण ओए मदद करी छे. चालु उजागरा अने कामना बोजाथी आ कमीटीना प्रमुखनी प्रकृती बगडी अने ज्यारे तेमने फरजीआत कार्य करतां अचकाववामां आव्या त्यारेज आ गृहस्थे कॉन्फरन्सने बीजे दिवसे आराम लीधो. आ प्रमुख अने तेमना सेक्रेटरीए पोताना कामने माटे तो शुं पण ते शिवाय बीजा कामो पण उत्साहपूर्वक हमेश करता तेथी तेओए खरेखर पून्य उपार्जन कर्त्तुं छे अने उभय लोकमां संघभक्तिथी पोतानो सुयश विस्तारी सत्कार पात्र थया छे. भोजन कमीटीना प्रमुख मि. मोतीलाल लालदास मोदी तथा सेक्रेटरी झवेरी छोटालाल लालचंद छे. जूदा जूदा गृहस्थोनी भोजन संबंधी व्यवस्था राखवानुं नियमित वखत जोड़ती वस्तुओं पूरी पाडी संघनी भक्ति करवानुं काम आ गृहस्थोए जेवी रीते बजायुं छे तेवी रीते तमाम डेलीगेटो तरफथी तेओ स्तुतिपात्र थया हता, अबे अग्रस्थाने खरा तनमनधी आ काममां मदद करनार मि. नेमचंद मलुकचंद तथा बीजा गृहस्थोए खरेखरुं पून्य उपार्जन करी श्रीसंघ तरफथी धन्यवाद मेळव्यो छे. बधाथी सखत काम वॉलंटियरोनुं छे, आ कमीटीमां प्रमुख रा. रा. मणीलाल बालाभाइ तथा सेक्रेटरी गांधी वाडीलाल लालभाइ हता. आ बन्ने भाइए पोतानो ओद्ध तथा पोताना ज्ञान तरफ नजर न करतां जाणे श्रीसंघनी भक्तिथी बने तेलुं विशेष पुन्यउपार्जन करवानी सामाघीमांज होयनी तेम सामान्य वॉलेंटीअरो साथै डेलीगेटोनी सगवड माटे खुरसीओ उचकवानुं काम पण करवामां पोताना मनमां शंका के शरम आणी नथी. खावानो वखत मळे के न मळे तेनी तेओए लेशमात्र पण दरकार करी नथी. पण पूर्ण खंतथी सभ्यताथी अने पोताना ताबामां रहेला विनयी वॉलेटीयरो प्रत्ये विनयभावथी जे वर्तन कर्तुं छे तेथी तमाम वॉलंटीयरो जाणे एक कुटुंबना होय एवी आ बने जणाओ प्रत्ये तेमनी पूज्य लागणी दृष्टीए आवी हती. अने आ रिपोर्टमां तेमनां अने वॉलंटियरोना कार्य संबंधे तेमनी उच्य भावना दर्शावतां जे शब्दो योजवामां आवे तेना करतां तेमनी वृतीओनुं शुभ कार्य चडी जाय तेम छे, माटे अन्य शब्दो के विशेषणानो उपयोग Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 ... 266