Book Title: Tirthankar Charitra Part 1
Author(s): Ratanlal Doshi
Publisher: Akhil Bharatiya Sadhumargi Jain Sanskruti Rakshak Sangh

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Page 415
________________ ४०२ तीर्थङ्कर चरित्र देते रहे । फिर निर्वाण समय निकट जान कर ५०० साधु और ५.. साध्वियों के साथ सम्मेदशिखर पर्वत पर चढ़ कर अनशन किया। एक मास के बाद चैत्र-शुक्ला ४ * भरणी मक्षत्र में मोक्ष पधारे । आपकी कुल आयु ५५००० वर्ष की थी। उन्नीसवें तीर्थंकर भगवान् ॥ मल्लिनाथजी का चरित्र सम्पूर्ण ॥ प्रथम भाग समाप्त स त्रि.श. पू. च. और 'जैन सिद्धांत बोल संग्रह' भा. ६ के अनुसार फाल्गुन शु. १२ । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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