Book Title: Tiloypannatti Part 3
Author(s): Vrushabhacharya, Chetanprakash Patni
Publisher: Bharat Varshiya Digambar Jain Mahasabha
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गाथानुक्रमणिका
[ ६४७
महाधिकार गाथा मं.
महाधिकार गाथा सं.
गाथा एदेसु बैंतरिक्षा एदेसुचेत्तदुमा एपेसु भट्टसभा एवे सोलस कूडा एदेहि मुरिणदसंखेज्ज
२३७ २०९
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एयक्खवियलसपना एयठतिष्णिसुण्ण एवं च सपसहस्सा एरावणमासूढो एरावदम्मि उदमो एवं चविहे एवं चउसु विसासु एवं चैव यतिगुणं एवं पंदादीएं एवं जेत्तिसमेत्ता एवं णाणप्पारणं एवं दक्षिणपश्चिम एवं पण्णिदाणं एवं पुश्वुप्पणे एवं बारसकप्पा एवं मितिदत एवं घिह परिणामा एवं विह परिवारा एवं विह स्वाणि एवं सत्तविहाणं एवं सम्बपहेसु
१८६
माथा कणय दिलिजार मार महभिरनिद कणयमया कलिमया कणयं कंचरण कत्तियमासे किण्हे कसिममासे पुणिमि कत्तिपमासे सुक्क कत्तियमासे सुक्किल कल्पतरू मरडेसू कप्पं पति पंचादी कप्पा कप्पासीद
, कल्पातीदा कप्पाणं सीमामो कप्पातीद सुराणं कप्पातीदा परला कप्पामराण पियरिणाय कप्पेसु संखेज्जो कमठोवसग्गवलण कमसो असोय चंपय कमसो पदाहिगणं कम्मककविमुस्क कम्ममखवणरिमित कम्भे णोक्कम्मम्मिय करिहयपाइक्क हा कमणपायारा कंचण पासाणेसु कंदप्पराजराजाधिराज कादूण दहे पहाणं कालसामसवण्णा कालोदगोवहीदो किण्हा य मेघराई किण्हे तयोदसीए कित्तियरोहिणिमिगसिर किदकिच्चा सम्वाह किंचूणचम्मुहूरा
३५७ २६३ १२१
१०२
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१८४ ५७३
२७२ ४१७
२६.
४५३
एवं सेसपहे एस सुरासुर मसिद एसो उकस्साऊ
७७
३०८
५३६
भोगाहणं तु प्रबरं
३१७ ।
कणयदिपूलवार
२३
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