Book Title: Tattvartha Sutra
Author(s): 
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 9
________________ D % 3D तत्वासूणे एकानिमैकेकिनिकैनातिस्मरणाककिनिवेदनाकाअनुनयकरिम म्पकहोश्वातीसरीष्टश्चाताईधर्मश्रवणकरणहिनीचेंनहीला तीर्थचनिमें कई निशातिस्मरणानिधर्मश्रघाकेनिकैनिनदेवदर्शनसम्पा कम्पन के कारणहिमरमनुष्यनिकैगएहीतीनकारणदिवनिमैंकि तिनेदेवनिकैज्ञानिस्मरणाकितेकनिकै धर्मश्रवणकितनकनितिने केकल्याणकनिकीमहिमाकेदेख करिकितने कैमहाईकदेवनिकोछ । धिकदेखनेकरिसम्यग्दर्शनमत्पन्नहोइहीवारमावर्गपर्यंतएकारणाहन माननपाएसमारणअयुतकेदेवनिकैदेवाधिदर्शनविनातीनहीकार पाहायरमवनवेथिकनिवासीनिकितनेकनिकैताप्तिस्मरणकितनेकै मश्रवणदोश्वीकारणहै|अस्मनुदिशम्यनुत्तरकेनिवासीनिकैयाकल्या नहीं होगकर्वजन्ममैसम्यग्रहणकीयाहोइनिसहीकाउन्याहै l

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