Book Title: Swarshastra
Author(s): Vadilal Motilal Shah
Publisher: Vadilal Motilal Shah

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Page 42
________________ मागता हो, तेने जरूर मदद मळशे. ते हजारो माइल पूर होय. पण अवश्य तमे तेने मदद करी शको छो. मदद करती घखते मदत करनारनुं सूक्ष्म शरीर मदद लेनारनी · बाजुए भमर्नु घणी वार म लेनारना जोवामां आवे छे. आवा धगा दाखला धायेलो छे.. ... .. कोइए पण नाउमेद थइ एम न. धार के आवा भला काममा ते काइ पग भाग लेइ शके नहि. भाम - विचार, ए भूलभरेलु छे. कारण के जे मनुष्य विचार करी शके छे, ते बीजाने मदद पण करीशके. आq परमार्थी याने परोपकारी काम उघती वखतेज करवु एम पग नथी. कोइ पग वखते दिवप्ले के रात्रे ज्यारे तमने मालूम पडे के तमारो कोइ सगो के दोस्त मांदो छ, के दुःख के संतापमा छ, अने तमे तेने मदद करवा हाता हो, तो जरुर तमारे तेने माटे भला, प्रेमना, दिलसोजी भाः विवार जोरथी करवा. कदाच समज सहित तमारु सूक्ष्म शरीर व्हार काढी मोकलवानुं तमने नहि आवतुं होय, तोपण तमारा मजबूत अने भला पिवारोनुं एक रुप-आकार बंधाशे, अने ते जेने तमे मदद करवाने धारता हो तेने जरुर मदद करशे, एमां जरापण शक । के संदेह राखवा जेवु नथी. जे प्रमाणमा तमारा विचारो एकाग्र हो, भने जे प्रमाणमा तमारी शुभ लागणी बळवाळी अने विखराया वगरनी 'हशे, ते प्रमाणमा वधारे जलदीथी अने फायदाकारक रीते, ते मनुष्यने मवद थशे. 'विचार ए खाली हवाइ कल्पना नथी, पण विचार ए खरी वस्तु के अने जेनी अंतष्टि खीलेली छे तेवा मनुष्यो ते विचारने जोह पण शके छे. आ उपरथी आपणने जगाशे के जगतनुं भलं करवाने जेटलो एफ पैसादार मनुष्य समर्थ छे, तेटलोज एक गरीषमा गरीब मनुष्य पण छे. तद्दन अपंग अने लाचार मनुष्य पण पोताना विचारो, अने शुभ मा. शिषथी बीजार्नु कल्याण करी शके छे. आपणे भान सहित सूक्ष्म भुवन उपर काम करवाने शक्तिमान् थइए, ते अगाउ पण, उपर प्रमाणे कामकरीने अत्यारथी पण आपणे गुप्त मदद करनाराओन टुकडीमा सामेल यह शकीए. आ लेख वांची दरेक मनुष्ये भला विचारो करीने ते पर. मार्थी टुकडी साथे जोडावु जोहए. Scanned by CamScanner

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