Book Title: Swadhyaya Shiksha
Author(s): Dharmchand Jain
Publisher: Akhil Bharatiya Sahitya Kala Manch

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Page 170
________________ 91. क. आवश्यक सूत्र अ.6/ सूत्र 79, ख. सूत्रकृतांग सूत्र, श्रुतस्कन्ध 1, अ.8, गा.1-3 ग. दशाश्रुतस्कन्ध, दशा-5/ सूत्र 6/ गा.15 घ. आचारांग सूत्र, श्रुतस्कन्ध1/अध्य.4/उद्दे.4/ सूत्र 143 ङ. उत्तराध्ययन सूत्र अ.32, गा.7, च. उपासकदशांग सूत्र 74,76,85,193,218 छ. स्थानांग सूत्र 8/3/596, ज. प्रज्ञापना सूत्र 23/1 झ. दशवैकालिक सूत्र अ.4/गा.9, ञ.भगवती सूत्र श.1, उद्दे.3, सूत्र 13 92. क. स्थानांग सूत्र स्था.5, उद्दे.1 सूत्र 395, ख. प्रज्ञापना सूत्र पद 21, सूत्र 267 ग. कर्मग्रन्थ-- भाग-1/गा.33 93. क. अनुयोगद्वार सूत्र 144, ख. भगवती सूत्र श.5, उद्दे.4, सूत्र 193 ग. स्थानांग सूत्र, स्थान-4, उद्दे.3, सूत्र 120 94. क. अनुयोगद्वार सूत्र 147, ख. प्रमाण नय तत्त्वालोक 2/4 ग. विशेषावश्यक भाष्य गाथा-95, घ. लघीयस्त्रीय, श्लोक 4 95. क. प्रमाणनय तत्त्वालोक-2/1, ख. प्रमाण मीमांसा-1/1/9-10 96. क. नन्दीसूत्र-सूत्र 2, ख. स्थानांग सूत्र-स्था.2/उद्दे.1, सूत्र 60 97. क. उपासकदशांग सूत्र अ.2, सू.123 ख. आचारांग सूत्र, श्रुतस्कन्ध-1, अ.1, उद्दे.3, सूत्र 22 ग. उत्तराध्ययन सूत्र-अ.1, गा.15, घ. स्थानांग सूत्र-स्था.2, उद्दे.1, सूत्र 1 ङ. भगवती सूत्र, शतक 2, उद्दे. 10, सूत्र 2-6 98. क. उत्तराध्ययन सूत्र अ.36, गा.2, ख. भगवती सूत्र 2/10/121 99. क. भगवती सूत्र श.11/उद्दे.10/सू.420, ख. लोक प्रकाश भाग 2, सर्ग-1 100. क. सूत्रकृतांग सूत्र, श्रुतस्कन्ध 2/अ.5/ गा.772 ख. उत्तराध्ययन सूत्र, अ.28, गा.25, ग. प्रज्ञापना सूत्र, पद 22, सूत्र157 घ. समवायांग सूत्र, समवाय-1, सूत्र 5, ङ. स्थानांग सूत्र स्थान 1, सूत्र 4 च. भगवती सूत्र श.3/उद्दे.1, सूत्र1-2, छ. आवश्यक सूत्र अ.4, सूत्र 24 ज. जीवाजीवाभिगम प्रतिपत्ति--3, उद्दे.2, सूत्र 104 101. क. स्थानांग सूत्र, स्थान 3, उद्दे.1, सूत्र 124, ख. तत्त्वार्थ सूत्र अ.6, सूत्र 1 102. स्थानांग सूत्र, स्थान 2, उद्दे. 1 सूत्र 5 103. क. अनुयोगद्वार सूत्र 218, ख. भगवती सू श.25, उद्दे.4, सूत्र 8 104. क. उपासकदशांग सूत्र, अ.1, सूत्र 83, ख. औपपातिक सूत्र, सूत्र 30 ग. आवश्यक सूत्र अ.4, प्रतिक्रमण आवश्यक, घ. दशवैकालिक सूत्र अ.6, गा.1 105. क. भगवती सूत्र श.8, उद्दे.2, सूत्र 22, ख. अनुयोगद्वार सूत्र-सूत्र1 ग. नन्दीसूत्र, सूत्र 1, घ. स्थानांग सूत्र स्थान 5, उद्दे. 3, सूत्र 464 ङ. उत्तराध्ययन सूत्र, अ.28, गा. 4, च. राजप्रश्नीय सूत्र-सूत्र 165 106. आचारांग सूत्र 5/5/166 107. क. स्थानांग सूत्र 2/4/105 टीका, ख. नन्दीसूत्र सूत्रांक 43 -तारक गुरु ग्रन्थालय, पुष्कर मार्ग, अहिंसा सर्कल, उदयपुर (राज.) स्वाध्याय शिक्षा - 157 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org


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