Book Title: Sramana 1994 01
Author(s): Ashok Kumar Singh
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 132
________________ महावीर जयन्ती समारोह इन्दौर, 24 अप्रैल, 1994 भारत जैन महामण्डल एवं जैन सोशलग्रुप, इन्दौर द्वारा महावीर जयन्ती समारोह आयोजित किया गया। समारोह का शुभारम्भ महामण्डल के प्रान्तीय अध्यक्ष एवं पार्श्वनाथ शोधपीठ के अध्यक्ष श्री नेमनाथ जैन तथा जैन सोशलग्रुप के अन्तर्राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नगीन कोठारी ने द्वीप प्रज्वलित कर किया। इस समारोह में मुख्य वक्ता प्रो. सागरमल जैन ने "महावीर के सिद्धान्त वैज्ञानिक कसौटी पर" विषय पर व्याख्यान दिया। प्रो. जैन ने कहा कि भगवान महावीर द्वारा 2500 वर्ष पहले कही गयी बातें आज विज्ञान के युग में भी सत्य सिद्ध हो रही है। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के पूर्व कुलपति डॉ. आर.के. नांदगांवकर ने महावीर के सिद्धान्तों-अहिंसा, अपरिग्रह तथा अनेकान्तवाद को आज की परिस्थिति में सुख-समृद्धि का आधार बताया। समारोह में आये अतिथियों का स्वागत इन्दौर नगर-अध्यक्ष श्री नरेन्द्र नाहर ने किया, वक्ताओं का स्वागत एवं परिचय सोशलग्रुप के नगर अध्यक्ष श्री यशवन्त जैन ने दिया, समारोह का संचालन श्री शरद मेहता ने किया। जैनविद्यालय, कलकत्ता महावीर जयन्ती समारोह का आयोजन जैन सभा के हाल में किया गया। समारोह के अध्यक्ष पद से बोलते हुए पश्चिम बंगाल के आयकर आयुक्त श्री वीरेन्द्र सिंह बाँठिया ने विचार व्यक्त किया कि "भगवान महावीर के सिद्धान्तों को सस्ते एवं सुलभ साहित्य के माध्यम से विद्यालयों के छात्रों के मध्य पहुँचाया जाये, ताकि वे सत्य और अहिंसा के पथ पर चल सकें।" समारोह के मुख्य अतिथि सुप्रसिद्ध समाज-सेवी श्री वानेचन्द मालू थे, प्रमुख वक्ता प्रो. डॉ. वसुमति डागा थीं। सभा के सह-मन्त्री श्री अशोक मिन्नी ने अतिथियों एवं आगन्तुकों के प्रति आभार व्यक्त किया। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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