________________
तालिका -3 साहित्यिक और अभिलेखीय साक्ष्यों के आधार पर निर्मित सार्धपूर्णिमागच्छ के मुनिजनों का विद्यावेशवृक्ष
Jain Education International
अभयचन्द्रसूरि । वि.सं. 1424-1466 ] प्रतिमालेख
वि.सं. 1412 में लिखित शांतिनाथचरित में उल्लिखित
रामचन्द्रसूरि । वि.सं. 1493] 1 प्रतिमालेख
वि.सं. 1453 में इनके पठनार्थ न्यायावतारवृत्ति की प्रतिलिपि की गयी वि.सं. 1490 में विक्रमचरित के रचनाकार
For Private Eersonal Use Only
शीलचन्द्रसूरि
जयसार
विनयरत्नसूरि
पुण्यप्रभसूरि [वि.सं.1504-24] 5 प्रतिमालेख
मुनिचन्द्रसूरि [ प्रथम] [वि.सं.1486 के प्रतिमालेख में उल्लिखित
चन्द्रसूरि [वि.सं.15211 1 प्रतिमालेख
विजयचन्द्रसूरि । वि.सं. 1513-1528]
3 प्रतिमालेख
जयसिंहसूरि वि.सं.1504
में लिखित सम्यकत्त्वरत्नमहोदधि की प्रशस्ति में उल्लिखित]
कीरति
www.jainelibrary.org
उदयचन्द्रसूरि [वि.सं. 1550-1553]
2 प्रतिमालेख
[वि.सं.1535 में आरामशोभाचौपाइ के रचनाकार]