Book Title: Siddha Hemchandra Shabdanushasan
Author(s): Chandrasagar Gani
Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund
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आगमोद्धारक -आगमदिवाकर-श्रीमदानन्दसागर-सूरीश्वराणां हस्तलिपिस्वरूपा
नाद्यावधिप्रकाशितद्वात्रिंशिकायाः प्रतिकृतिः ॥
दानाविशतिदीपां नवरानिदिनारिमौलिइनस्तावेजव्यानाविधवारसा नया:परस्परं प्रतिमासराधातचेतसः स्यात्पदेतानमसायोन्यमैत्र्यांयुकामाता विदोषवादि साम्यवादिनोऽन्योऽत्यमाहादधबिशेषसामान्यमयवस्तुगौमिनार कियावादीमतेवदिशनिवादीमते:किया जानाकियाभवमोसामिनाविरोधत दिनानिमचोविद्यमानवारीतकंचततासदसदामकार्यशत्र्यांन्यामिाता कार्यकारणानतदेवतवत्यतामाख्या तौयोनितीजेदाभेदेन इतकार्ययोः॥ केनित्याभनित्यावर कस्यचित पुनःनित्यानित्यावसमानारव्यातजना नियंपवारस्तव्ययतेसवनि नयाारस्परसमावेशातीर्थाधानोsaili
rahim आनिमयान्नया:शाब्दानातभ्रनिचैतकाना उजयान सर्वानारव्यांगजन स्याहा. गर्ममाहीनीरिताहनिमबहारिणीपारंपतिमतसनियात्रा सक अभिलायतथानातिनावस्तुपरेबुधाः।अपात्मकतानिांनादेशात पर्यायो नामकरणियावश्योधिपस्वतंगासव्यसांस्तुतानाहजादीश्वरः॥२॥ पर्यायानसमभाव परोसत दिवसामुनिःस्वतःस्तोत्यस्मादसतसव३॥
वोत्पादमयविश्वनपुनर्विभारुचविंनोत्पादविधौव्यरूपंजात्मन:ken नदःश्वानसुरवातावयासर्वधानमा संसारिणा विविस्तारखेस्वकर्मा माना:समे भवानन्ता अर्था भुवनगा रताःमन्तानन्तमयं विश्ववस्त लिनपविधान। साधाःसोनवानाधाम भुवनामिनायनारियंसगदीशोजनस्पत एकामगरसमित्वते केचिदन्तनमानेकवान्येलनएतरामा मतसतिगधोग्यमयोग्यवतेपरेयोग्यायोग्यमया:सर्वेभविनतिजनवाक आमा तानमय कैश्चितकैषित कियामयअतःपर्यवेवावंस वस्तुयथार्थवा हिंसाायताकश्चित्परीस्वयकाचनायथाना पुण्यनितिभागी:२।। मुषाधानरकायैवनततिक्केचनामनेका गोनवितता ज्ञानातादीश्वर किया न्यायकेषांविरुपरेषांधिषपचायथायोगयतमत्यतेमानता। JOIATA-मनतपेपिरेनःविचित्राविधितरनेकानतेपूनः॥७॥ सूचिसोभयान केवितकेरिसीमनात तग सर्वपलायला असत्सघते व नवसत तिपरजण:/मदसतो समुत्पत्ति ते नायवेदिन-२६॥ साकारतावरकाशकास्वसितास्वीकुर्वनिमत सहयासकताAARm दतोपासनलिकेपदेनतज:/Aधाभूतिसमेतमजनवरं RII शोदव्यस्तवेने योभावेतिवापरायथायधसमाराध्यआराध्योजनगीanter ध्याकमवतुरेभावातीपशव्यभावावादन चौतितध्यवाफारिस स्वतोतेया:मलावारत्येके मेचिदत्यवामित्वयव्यतिरेमेस्तूनांतलमाईत जीवोवालादप्रात:तस्तथा।प्रतिवमोतिविक्षत भारतावानुवर अधम परनयमतःस्वीयसंकल्पतालमात्योहाविवश्यःugीमा
२२माश्रित आरतः ॥२२॥ मूल्याgandकर्मरममतावानेनिलिमाचाव्यानन्द मिश्र
मतपय
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